Sunday, September 8, 2024
Sunday, September 8, 2024




Basic Horizontal Scrolling



पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

होमपूर्वांचलछत्तीसगढ़ और मिजोरम में शुरू हुआ मतदान, छत्तीसगढ़ में महिला मतदाता निर्णायक...

इधर बीच

ग्राउंड रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ और मिजोरम में शुरू हुआ मतदान, छत्तीसगढ़ में महिला मतदाता निर्णायक भूमिका में

रायपुर (भाषा)।  छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार को 20 सीटों पर सुबह नौ बजे तक लगभग 10 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह मतदान शुरू हुआ। […]

रायपुर (भाषा)।  छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मंगलवार को 20 सीटों पर सुबह नौ बजे तक लगभग 10 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह मतदान शुरू हुआ। क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान के लिए गश्त के दौरान सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक कमांडो घायल हो गया। पहले चरण में जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, उनमें से 10 पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ तथा दोपहर तीन बजे मतदान समाप्त होगा। शेष 10 सीटों पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ तथा शाम पांच बजे समाप्त होगा।

राज्य में कांग्रेस के उम्मीदवार और मंत्री कवासी लखमा (कोंटा सीट) और मोहन मरकाम (कोंडागांव) तथा कांग्रेस विधायक चंदन कश्यप (नारायणपुर) और सावित्री मंडावी (भानुप्रतापपुर) ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार और पूर्व मंत्री केदार कश्यप (नारायणपुर) और लता उसेंडी (कोंडागांव) ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया है। इस विधानसभा चुनाव में महिला पुलिस आरक्षक सुमित्रा ने भी नारायणपुर निर्वाचन क्षेत्र में अपना वोट डाला। वह 2018 में नक्सलवाद छोड़कर पुलिस में शामिल हुई थीं।

सुमित्रा (34) ने ‘भाषा’ को बताया कि वह नारायणपुर में माओवादियों की आमदई एरिया कमेटी में कमांडर के रूप में सक्रिय थी और दिसंबर 2018 में उन्होंने नक्सली संगठन छोड़ दिया था।

सुमित्रा ने कहा, ‘मैं जनवरी 2019 में पुलिस बल में शामिल हुई। मुझे खुशी है कि मैंने पहली बार अपने वोट का प्रयोग किया है।’ नारायणपुर क्षेत्र में भाजपा नेता रतन दुबे के परिजनों ने भी मतदान में हिस्सा लिया। चुनाव प्रचार के दौरान चार नवंबर को नक्सलियों ने दुबे की हत्या कर दी थी। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 पर 25 महिलाएं समेत 223 उम्मीदवार मैदान में हैं। उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान के अंतर्गत आने वाली सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। इन सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या 20,84,675 है जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 19,93,937 है। वहीं तृतीय लिंग के 69 मतदाता हैं। पहले चरण के लिए 5,304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और 25,249 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित 10 निर्वाचन क्षेत्रों मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में मतदान का समय सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक है। शेष दस विधानसभा क्षेत्रों खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, पंडरिया और कवर्धा में मतदान का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 12 विधानसभा क्षेत्रों वाले बस्तर संभाग में शांतिपूर्ण मतदान के लिए लगभग 60 हजार जवानों को तैनात किया गया है। जिनमें से 40 हजार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के और 20 हजार राज्य पुलिस के जवान हैं।उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान के लिए लगभग एक लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से बस्तर संभाग के पांच विधानसभा क्षेत्रों के 149 मतदान केंद्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशन और सुरक्षा शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है।अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। बम निरोधक दस्ता और श्वान दल को भी सुरक्षा में तैनात किया गया है। अधिकारियों की माने तो पहले चरण की 20 सीटों में से 12 अनुसूचित जनजाति के लिए और एक अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। सबसे अधिक उम्मीदवार राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र (29) में हैं, जबकि सबसे कम उम्मीदवारों की संख्या चित्रकोट और दंतेवाड़ा सीटों पर सात-सात है।

पहले चरण में कांग्रेस से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज (चित्रकोट सीट), मंत्री कवासी लखमा (कोंटा), मोहन मरकाम (कोंडागांव), मोहम्मद अकबर (कवर्धा) और दिवंगत कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के बेटे छविंद्र कर्मा (दंतेवाड़ा) प्रमुख उम्मीदवारों में से हैं।

वहीं भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (राजनांदगांव), राज्य के चार पूर्व मंत्री केदार कश्यप (नारायणपुर), लता उसेंडी (कोंडागांव), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़) और महेश गागड़ा (बीजापुर) तथा पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम (केशकाल) प्रमुख उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ ओबीसी नेता और छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन को राजनांदगांव से रमन सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा है। राज्य में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी को भानुप्रतापपुर सीट से मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस विधायक अनूप नाग, जिन्हें पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया था, अपनी मौजूदा अंतागढ़ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा की शेष 70 सीटों पर दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा।

 पहले चरण की 20 विधानसभा सीटों में से 16 में महिला मतदाता निर्णायक भूमिका में

 छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में से 16 विधानसभा सीट ऐसी हैं जहां महिलाएं निर्णायक भूमिका में हैं। इन सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक है। राज्य के 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 20 सीटों पर तथा दूसरे चरण में 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। पहले चरण की 20 सीटों पर 19,93,937 पुरुष मतदाता, 20,84,675 महिला मतदाता और 69 तृतीय लिंग मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। पहले चरण में कुल 40,78,681 मतदाता हैं।

अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण के 20 निर्वाचन क्षेत्रों में से 16 निर्वाचन क्षेत्र मोहला-मानपुर, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, राजनांदगांव, खुज्जी, पंडरिया, कवर्धा, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाता से अधिक हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से कवर्धा सीट पर सबसे अधिक महिला मतदाता हैं। कवर्धा में कुल मतदाताओं की संख्या 3,31,615 है। जिनमें से 1,66,843 महिला और 1,64,770 पुरुष मतदाता हैं। जबकि तृतीय लिंग के दो मतदाता हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण के शेष चार विधानसभा क्षेत्रों अंतागढ़, डोंगरगढ़, खैरागढ़ और डोंगरगांव में महिलाओं की तुलना में पुरुष मतदाता अधिक हैं। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 25 महिलाओं समेत 223 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण के लिए 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन मतदान केंद्रों में से 200 ‘संगवारी’ मतदान केंद्र होंगे जिनका प्रबंधन महिला कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 20 मतदान केंद्रों का प्रबंधन ‘दिव्यांग जन’ द्वारा किया जाएगा तथा 20 का प्रबंधन युवा कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में तृतीय लिंग के 69 मतदाताओं में से सबसे ज्यादा जगदलपुर सीट पर 29 मतदाता, अंतागढ़ और बीजापुर में आठ-आठ, डोंगरगढ़ और नारायणपुर में चार-चार, केशकाल में तीन, कवर्धा, राजनांदगांव, कांकेर, कोंडागांव और बस्तर में दो-दो तथा चित्रकोट, दंतेवाड़ा और कोंटा में एक-एक मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के सभी आठ ट्रांसजेंडर मतदाता विशेष रूप से तैयार किए गए ‘रेनबो’ मॉडल मतदान केंद्र पर अपना वोट डाल सकेंगे।

कांकेर की जिलाधिकारी प्रियंका शुक्ला ने ‘भाषा’ को बताया, ‘अंतागढ़ सीट के तृतीय लिंग के सभी आठ मतदाता पखांजूर क्षेत्र में रहते हैं। इसीलिए पखांजूर-3 में ‘रेनबो’ मॉडल मतदान केंद्र स्थापित किया गया है। इससे उन्हें यह महसूस कराया जा सके कि वे लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।’ शुक्ला ने इस पहल को संभवत: देश में अपनी तरह का पहला प्रयास बताया। उन्होंने बताया कि इस मतदान केंद्र पर तृतीय लिंग के चार पुलिसकर्मी भी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। शुक्ला ने बताया कि इस मतदान केंद्र पर 887 मतदाता हैं, जिनमें 421 पुरुष, 458 महिला और तृतीय लिंग के आठ मतदाता शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि इस मतदान केंद्र को इंद्रधनुष के सात रंगों में रंगा गया है तथा उसी रंग में तंबू भी बनाया गया है।

मिजोरम विधानसभा चुनाव में 40 सीट के लिए मतदान शुरू

आइजोल (भाषा)।  मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि मतदान शाम चार बजे तक जारी रहेगा। राज्य के 8.57 लाख से अधिक मतदाता 174 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें 4.39 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), मुख्य विपक्षी दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 23 सीट पर चुनाव लड़ रही है और आम आदमी पार्टी (आप) ने चार विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। इसके अलावा 27 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। अधिकारियों ने बताया कि आइजोल में एक मतदान केंद्र में ईवीएम में तकनीकी खामी की खबर आयी है जहां मुख्यमंत्री जोरमथांगा के वोट डालने की उम्मीद है।

मिजोरम में 1,276 मतदान केंद्रों में से 149 सुदूर मतदान केंद्र हैं, जबकि अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास के करीब 30 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं और स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में 7,200 कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मिजोरम विधानसभा के लिए मतदान से पहले म्यांमा से लगी 510 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा और बांग्लादेश से लगी 318 किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया गया है। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।

गाँव के लोग
गाँव के लोग
पत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट को सब्सक्राइब और फॉरवर्ड करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here