दिल्ली में मंगलवार को सुबह प्रदूषण के स्तर में मामूली गिरावट आयी और लगातार पांच दिन वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रहने के बाद बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गयी है। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 394 दर्ज किया गया है जबकि सोमवार शाम चार बजे एक्यूआई 421 दर्ज किया गया। प्रदूषण के स्तर में मामूली गिरावट आने के बावजूद पीएम2.5 (सूक्ष्म कण जो सांस लेने पर श्वसन प्रणाली में गहराई तक प्रवेश कर सकते हैं और श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं) की सांद्रता 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से सात से आठ गुना अधिक रही।
यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित स्वस्थ सीमा (15 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) से 30 से 40 गुना अधिक है। पड़ोसी हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी हानिकारक वायु गुणवत्ता दर्ज की गयी। गाजियाबाद में एक्यूआई 338, गुरुग्राम में 364, नोएडा में 348, ग्रेटर नोएडा में 439 और फरीदाबाद में 382 दर्ज किया गया।
दिल्ली सरकार ने दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता के और बिगड़ने की आशंका के कारण चार साल बाद सम-विषम कार योजना लागू करने की सोमवार को घोषणा की। इस योजना के तहत सम या विषम पंजीकरण संख्या वाली कारों को वैकल्पिक दिनों (एक दिन छोड़कर एक दिन) पर चलाने की अनुमति दी जाती है। शिकागो विश्वविद्यालय के ऊर्जा नीति संस्थान और ‘एविडेंस फॉर पॉलिसी डिजाइन’ ने 2016 में सम-विषम नीति के असर का विश्लेषण किया था और यह पाया था कि दिल्ली में उस साल जनवरी में यह नीति लागू किए जाने के दौरान पीएम2.5 के स्तर में 14-16 फीसदी की कमी देखी गयी। हालांकि, उसी साल जब अप्रैल में यह नीति फिर से लागू की गयी तो प्रदूषण में कोई कमी नहीं देखी गयी।
स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने 10 नवंबर तक सभी स्कूलों में कक्षाओं को बंद करने और केवल ऑनलाइन कक्षाओं को अनुमति देने का फैसला किया है। केवल बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 10वीं और 12वीं कक्षाओं के छात्रों पर यह लागू नहीं होगा।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार, क्षेत्र में पांच से छह दिन और वायु गुणवत्ता गंभीर रहने की आशंका है। दिल्ली-एनसीआर के लिए वायु प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ‘क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना’ (ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान यानी ग्रैप) के अंतिम चरण के तहत जरूरी सभी सख्त पाबंदियों को भी दिल्ली में लागू किया गया है।
स्विस महिला की हत्या में वित्तीय विवाद की संभावना
पश्चिम दिल्ली में पिछले महीने स्विट्जरलैंड की जिस महिला का शव बरामद हुआ था, उसकी हत्या का संभावित मुख्य कारण वित्तीय विवाद है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि इस मामले के आरोपी 33 वर्षीय गुरप्रीत सिंह के घर से चार हथियार जब्त किए जाने के बाद उस पर शस्त्र अधिनियम के तहत एक अन्य मामला दर्ज किया गया है। आरोपी आठवीं कक्षा तक पढ़ा है।
सूत्रों ने बताया कि नीना बर्जर पर सिंह का सात लाख रुपये बकाया था और विभिन्न एटीएम से पैसे निकालने के बर्जर के प्रयास तकनीकी कारणों से निष्फल हो गए क्योंकि उसका बैंक खाता स्विट्जरलैंड में था। लगभग 30 वर्षीय बर्जर का क्षत-विक्षत शव 20 अक्टूबर को तिलक नगर में एक नगर निगम स्कूल की दीवार के पास मिला था। उसके हाथ-पैर धातु की जंजीरों से बंधे थे, जिन पर ताला लगा था।
बर्जर का शव मिलने के एक दिन बाद रत्न व्यापारी सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था और पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद रविवार को उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया था।इससे पहले सिंह ने खुलासा किया था कि बर्जर ने उसके विवाह प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, इसलिए उसने उसकी हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान और बर्जर के मोबाइल फोन से प्राप्त ‘चैट’ संदेश के आधार पर हत्या का कारण वित्तीय विवाद प्रतीत होता है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘फोन पर हुई बातचीत के अनुसार सिंह ने बर्जर से कई बार पैसे वापस मांगे थे। हत्या से पहले बर्जर ने विभिन्न एटीएम से पैसे निकालने का प्रयास किया था, लेकिन वह असफल रही थी। सिंह एक एटीएम पर उसके साथ गया था।’
पुलिस ने कहा कि बर्जर ने यह पता लगाने के लिए एक बैंक प्रबंधक से भी संपर्क किया था कि क्या वह अपने स्विट्जरलैंड स्थित बैंक खाते से बड़ी रकम निकाल सकती है। पुलिस के अनुसार, सिंह पिछले पांच वर्ष से बर्जर को जानता था और अपनी स्विट्जरलैंड यात्रा के दौरान उसने उसे रत्न दिए थे और एक गुप्त अनुष्ठान किया था जिसमें बर्जर भी शामिल हुई थी। सिंह ने बर्जर को आश्वासन दिया था कि इस अनुष्ठान से उसकी सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
दोनों के बीच हुए संदेशों के आदान प्रदान से यह भी पता चला कि सिंह ने उसे भारत आने के लिए मजबूर किया। हत्या के दिन भी बर्जर ने बैंक से पैसे निकालने की कोशिश की थी, लेकिन वह विफल रही थी। पुलिस ने कहा कि इसके बाद सिंह ने उसे एक अन्य गुप्त अनुष्ठान में भाग लेने का सुझाव दिया और उसके हाथ-पैर बांध दिए एवं उसके चेहरे को कचरे के थैले से ढंक दिया, जिसके कारण दम घुटने से उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने यह भी कहा कि उसने सिंह के एक घर से बरामद किए गए हथियारों की जांच शुरू कर दी है। सिंह के जनकपुरी में एक घर के अलावा तिलक नगर में भी एक और घर है। इन दोनों घरों से 28 गोलियां, तीन अत्याधुनिक हथियार और एक देशी पिस्तौल जब्त की गई है। सिंह के जनकपुरी वाले घर में उसकी मां और बहन बहन रहती हैं। सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने तिलक नगर थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत एक अलग प्राथमिकी दर्ज की है और सिंह को फिर से पुलिस हिरासत में लिया जा सकता है। पुलिस को यह भी संदेह है कि सिंह का पिता बर्जर को जानता था और स्विट्जरलैंड और फ्रांस में उससे मिला था। ऐसा पता चला है कि सिंह का पिता फ्रांस में है और जांच में शामिल होने के लिए अभी तक भारत नहीं आया है।
नयी दिल्ली, (भाषा)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान आरंभ होने के बाद मंगलवार को लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की और उम्मीद जताई कि प्रदेश में न्याय युक्त शासन तथा लोकतंत्र के प्रति भरोसा बरकरार रहेगा। उन्होंने मिजोरम के मतदाताओं से बदलाव के लिए मतदान करने का आह्वान किया।खरगे ने ‘एक्स’ पोस्ट किया, ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, आज छत्तीसगढ़ राज्य में प्रथम चरण का मतदान शुरु हो चुका है। हमारी हर मतदाता से, ख़ासतौर से पहली बार वोट देने वाले युवाओं से अपील है कि वोट ज़रूर करें।’ उन्होंने कहा, ‘हमें पूरा विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में न्याय युक्त शासन रहेगा और लोकतंत्र के प्रति भरोसा बरक़रार रहेगा।’कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मिज़ोरम के लोग अपनी संस्कृति, रीति-रिवाजों, भूमि, जंगल और मिज़ो जीवन शैली की रक्षा करना चाहते हैं। वे शांतिपूर्ण, स्थिर, विकासोन्मुख सरकार चाहते हैं। आज इसे चुनने का समय आ गया है।’ खरगे ने यह भी कहा, ‘बेहतर भविष्य के वास्ते इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पहली बार के मतदाताओं का स्वागत है। मिजोरम की हमारी बहनों और भाइयों से बड़ी संख्या में भाग लेने और बदलाव लाने का आग्रह है।’छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के पहले चरण में मंगलवार को 20 सीटों पर मतदान हो रहा है। मिजोरम की सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को मतदान जारी है। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में मामूली गिरावट, एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज