Friday, October 18, 2024
Friday, October 18, 2024




Basic Horizontal Scrolling



पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

होमराजनीतिन्यायालय के हस्तक्षेप से दो साल बाद जीत में बदली हार, बेपर्दा...

इधर बीच

ग्राउंड रिपोर्ट

न्यायालय के हस्तक्षेप से दो साल बाद जीत में बदली हार, बेपर्दा हुई मतगणना की धांधली

संत रविदास नगर। आधुनिक तकनीकि के इस्तेमाल के बावजूद चुनावी मतगणना में किस कदर धांधली होती है, और किस तरह लोकतंत्र को नकारा जाता है इसकी एक बानगी कल जिला रविदासनगर (भदोही) में देखने को मिली। अपर सत्र न्यायाधीश ज्ञानपुर के आदेश पर कल शनिवार 17 जून को विकास भवन में हुए भदोही ब्लॉक के […]

संत रविदास नगर। आधुनिक तकनीकि के इस्तेमाल के बावजूद चुनावी मतगणना में किस कदर धांधली होती है, और किस तरह लोकतंत्र को नकारा जाता है इसकी एक बानगी कल जिला रविदासनगर (भदोही) में देखने को मिली। अपर सत्र न्यायाधीश ज्ञानपुर के आदेश पर कल शनिवार 17 जून को विकास भवन में हुए भदोही ब्लॉक के याकूबपुर क्षेत्र पंचायत (वार्ड-45) के सदस्य पद की पुनर्मतगणना के बाद चुनावी नतीजा पलट गया। पुनर्मतगणना के बाद शिकायतकर्ता राहुल पांडेय को निर्वाचित घोषित किया गया। जबकि दो साल पहले हुए मतगणना में उषा देवी को को विजेता घोषित किया गया था।

2 मई 2021 हुई मतगणना में उषा देवी को राहुल पांडेय के ख़िलाफ़ 11 मतों से विजयी घोषित किया गया था। मतगणना में पूर्व प्रधान हरिकुंवर पांडेय के पुत्र राहुल पांडेय को 267 मत और निर्वाचित उषा देवी को 279 मत मिले थे। जिसके बाद प्रत्याशी राहुल पांडेय ने मतगणना में धांधली की शिकायत करते हुए फिर से गिनती कराने की मांग लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। न्यायालय के निर्देश पर शनिवार 17 जून की तिथि पुनर्मतगणना के लिए तय की गई थी। कोर्ट के आदेश पर कल हुए नियत समय पर विकास भवन में मतगणना पर्यवेक्षक दिनेश कुमार ने कुल डाले गए 1040 मतों की पुनर्गणना करवायी। जिसमें 100 मत रद्द रहे। पुनर्मतगणना में राहुल पांडेय को 273, उषा देवी को 221, गोविंद कुमार को 169, नरेंद्र कुमार को 151 तथा लीलावती को 126 मत मिले। परिणाम घोषित होने के बाद पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। न्यायिक लड़ाई के बाद जीतने पर राहुल पांडेय ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास था कि ग्रामीणों ने उन्हें जिताया है। इसलिए उन्होंने सीधे न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने कहा कि वो आभारी हैं कि न्याय व्यवस्था के चलते उनके साथ न्याय हुआ।  इस मामले ने मतगणना    की पूरी कार्यप्रणाली को कटघरे में खडा कर दिया है।

गाँव के लोग
गाँव के लोग
पत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट को सब्सक्राइब और फॉरवर्ड करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here