कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव विपक्षी गठबंधन इंडिया (इंडियन नेशनल इंक्लूसिव डेवलपमेंटल एलाइंस) के वृहद परिवार के सदस्य हैं।
उन्होंने कहा, ‘परिवार के सदस्यों में थोड़ी-बहुत नाराजगी और खींचतान चलती रहती है, पर मुझे लगता है कि हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता इस मामले का समाधान निकाल लेंगे। उनके रुष्ट होने का हम सम्मान करते हैं,पर कुछ जमीनी हकीकतें भी हैं जिनसे हम मुंह नहीं मोड़ सकते।’
मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को होने वाले चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस द्वारा सपा के लिए एक भी सीट नहीं छोड़ने से नाराज अखिलेश यादव ने हाल ही में संकेत दिया था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ ऐसा ही व्यवहार कर सकती है।
श्रीनेत ने दावा किया कि पिछले 18 साल की ‘विफलताओं’ के कारण जनता मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को बदलने का मन बना चुकी है और मौजूदा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ सूबे की सत्ता में लौटेगी।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ जारी हमलों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चुनावी राज्य तेलंगाना में गांधी की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान जनता की भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने कहा, ‘तेलंगाना में हमारा ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे कविता, उनके परिवार और उनकी पार्टी की सरकार का बौखलाना वाजिब है। लोगों ने इस राज्य में भी सत्ता परिवर्तन का मन बना लिया है।’
श्रीनेत ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार जातिगत जनगणना से भाग रही है, लेकिन देश की जनता सरकार को इस तरह की जनगणना के लिए मजबूर करेगी।
इंदौर (भाषा)। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा को कोई भी सीट नहीं देने को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खुलकर नाराजगी जताए जाने के बाद कांग्रेस ने शनिवार को उम्मीद जताई कि उसके वरिष्ठ नेता इस मसले का समाधान निकाल लेंगे। कांग्रेस ने यह भी कहा कि कुछ जमीनी हकीकतों से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता। वहीं, सपाध्यक्ष ने कहा कि अगर उन्हें पता होता कि विपक्ष का गठबंधन विधानसभा स्तर के चुनाव के लिए नहीं है तो उनकी पार्टी मध्य प्रदेश में गठबंधन के लिए बातचीत ही नहीं करती। उन्होंने यह कहा कि अगर सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए तालमेल की बात होगी तो उस पर ही विचार किया जाएगा।