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मंडल कमीशन और जाति जनगणना : शाहूजी महाराज ने सबसे पहले वंचितों को आरक्षण दिया

मंडल आयोग ने पूरी योजना लागू करने के बीस साल बाद इसकी समीक्षा करने की भी सिफारिश की थी। आरक्षण की समीक्षा की बात होती है पर मंडल आयोग की नहीं। सामाजिक-शैक्षणिक पिछड़ापन, गरीबी का मुख्य कारण जाति के कारण उत्पन्न बाधाएं हैं तो ऐसे में मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू कर सामाजिक न्याय कायम किया जाए. वर्ण-जाति श्रेणी क्रम आधारित असमानता तोड़ने या कम करने का अभी तक केवल आरक्षण ही कारगर उपाय साबित हुआ है।

राष्ट्रीय ओबीसी दिवस पर मंडल कमीशन और जाति जनगणना पर गोसाईं बाज़ार, आज़मगढ़ में सम्पन्न हुई गोष्ठी 
7 अगस्त 2024 को शाहूजी महाराज के 150वीं जयंती पर याद करते हुए गोसाईं बाज़ार आज़मगढ़ में राष्ट्रीय ओबीसी दिवस पर मंडल कमीशन और जाति जनगणना पर गोष्ठी आयोजन हुआ। मंडल कमीशन की संपूर्ण सिफारिशों को लागू करने, जाति जनगणना कराने, वर्गीकरण के नाम पर आरक्षण हमला बंद करने, आरक्षण की पचास प्रतिशत की सीमा खत्म कर, सबकी भागीदारी और हिस्सेदारी सुनिश्चित हो सके। इसके साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए अलग मंत्रालय की मांग की गई।
वक्ताओं ने कहा कि आबादी के अनुपात में ओबीसी को आरक्षण न मिलने की वजह से शासन सत्ता में अब तक समुचित भागीदारी नहीं मिल सकी। 7 अगस्त, 1990 को आरक्षण तो मिला लेकिन क्रीमी लेयर की शर्त पर और आज वही शर्त एससी, एसटी पर भी लागू की जा रही है। आरक्षण को रोज़ी रोटी कमाने के साधन के रूप में व्याख्यायित करके आरक्षण के दर्शन और वैचारिकी की बुनियाद को कमज़ोर किया जा रहा है, जो आरक्षण का विरोध करते हैं उन्हें समझना चाहिए कि यह गरीबी उन्मूलन का कार्यक्रम नहीं है। आरक्षण ही वह प्रक्रिया है जिसने आज़ाद भारत में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को उनका प्रतिनिधित्व कुछ स्तर पर दिलवाया।
शाहूजी महाराज के 150वीं जयंती की स्मृति में आयोजित गोष्ठी में बड़े पैमाने पर किसान और किसान नेता शामिल हुए।  किसान नेताओं ने कहा कि गुलाम भारत में किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने का काम सबसे पहले शाहूजी महाराज ने शुरू किया था। बारिश न होने के चलते सूखा पड़ चुका है, जो रोपाई हुई वो भी बर्बाद हो रही है लेकिन अब तक सरकार ने किसानों को कोई राहत नहीं दी है। खेती करने के सभी उपकरण भी महंगे होते जा रहे हैं। किसानों ने मांग किया कि ज़िले को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए। इसके साथ ही किसानों ने ऐलान किया कि इन खेती किसानी के मुद्दों को लेकर ज़िलास्तरीय संवाद सम्पर्क कार्यक्रम किया जाएगा।
गोष्ठी को स्वराज अभियान के रामजनम यादव, किसान नेता राजीव यादव, राज शेखर, किसान नेता वीरेंद्र यादव, सत्यम प्रजापति, विशाल यादव ज़िला पंचायत सदस्य, किसान एकता समिति के महेंद्र यादव, साहेबदीन, राजेश, सुंदर मौर्या, नंदलाल यादव और श्यामनारायण यादव ने कार्यक्रम संबोधित किया। गोष्ठी में लोकनाथ, अंबिका यादव, सरफराज़ कमर, अधिवक्ता विनोद यादव, अवधेश यादव, आकाश यादव, चंदन, इलियास, पतिराम चौहान, हरिराम बिडिसी, जंगल देव राम, बृज लाल आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मास्टर दिनेश यादव और संचालन डॉ. राजेंद्र यादव ने किया। (प्रेस विज्ञप्ति)

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