Tuesday, July 2, 2024
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दिल्ली में एक्यूआई बहुत खराब, न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज

नई दिल्ली (भाषा)।  राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री कम 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजे 314 दर्ज किया गया जो […]

नई दिल्ली (भाषा)।  राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री कम 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजे 314 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। शनिवार शाम छह बजे एक्यूआई 322 दर्ज किया गया।

आईएमडी के अनुसार, सापेक्षिक आर्द्रता सुबह साढ़े आठ बजे 88 फीसदी दर्ज की गयी। मौसम विभाग ने रविवार को आसमान मुख्यत: साफ रहने का अनुमान जताया है। दिल्ली में अभी तक नवंबर में गंभीर वायु गुणवत्ता वाले 10 दिन दर्ज किए गए हैं। शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच को ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 और 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर ‘अति गंभीर’ माना जाता है।

राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता नवंबर, 2023  से रह रहकर कभी खराब तो कभी  गंभीर श्रेणी में रही है। शहर में पिछले वर्ष नवंबर में ऐसे केवल तीन दिन थे जबकि वर्ष 2021 में इस तरह के 12 दिन दर्ज किए गए जो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा निगरानी शुरू करने के बाद सबसे अधिक है। सीपीसीबी के अनुसार, गंभीर श्रेणी वाले दिन नवंबर 2020 में नौ, 2019 में सात, 2018 में पांच, 2017 में सात, 2016 में 10 और 2015 में छह थे।

दिल्ली सरकार और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के अनुसार, जैव ईंधन जलाना दिल्ली की खराब हवा का शीर्ष कारण था, जिसका पिछले कुछ दिनों में राजधानी के वायु प्रदूषण में योगदान 31 से 51 प्रतिशत रहा। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संबंधित एजेंसियों और विभागों को प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्ती से अंकुश लगाने और जैव ईंधन जलाने की बढ़ती घटनाओं को रोकने का निर्देश दिया था।

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