Sunday, September 8, 2024
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पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

शूद्र शिवशंकर सिंह यादव

एक ऐसा उपनगर जहां भीड़ बढ़ती जा रही है लेकिन सुविधाएं कुछ भी नहीं

नायगाँव पूर्व के निवासी पिछले 18 वर्षों तक टैंकर द्वारा महंगा पानी खरीद कर पीने को मजबूर थे। इस उम्मीद में कि एक दिन सरकारी पानी जरूर मिलेगा। दो साल पहले मिला भी था। लोग बहुत खुश हुए थे। लेकिन फिर पिछले सात-आठ महीनों से सरकारी पानी की सप्लाई जान-बूझकर आधी कर दी गई है। फिर से टैंकर का पानी शुरू हो गया है। अब फ्लैट लेने वाले बेचने की फिराक में लग गए हैं, लेकिन जितने में खरीदा है, उतना दाम अब नहीं मिल पा रहा है।

मान्यवर कांशीराम ने कैसे मेरे जीवन की धारा मोड़ दी

मान्यवर कांशीराम के विचारों और प्रयासों से लाखों-करोड़ों शूद्रों को मानसिक गुलामी से आजादी मिली। आज उनकी जयंती है तो इस बात को बताना...

गीता का लेखक कौन था और उसकी जरूरत क्या थी

शूद्रों को गुमराह करने के लिए गीता का आधार थोड़ा व्यापक बनाया गया है और इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए इसे भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकला हुआ धर्म ग्रंथ बताते हैं। लेकिन दुर्भाग्य है कि इसी गीता को श्रीकृष्ण के वंशजों को पढ़ने की बात दूर रही, छूने तक का अधिकार नहीं था।