आजमगढ़। जिले के स्थानीय तहसील क्षेत्र में ज़मीन विवाद का मामला सामने आया है। यह मामला रसूलपुर पासीपुर गाँव का है। यहाँ गाँव की निवासी दुलारी देवी और आरोपी की बीच ज़मीन विवाद की स्थिति बनी हुयी है। दुलारी देवी एक कृषक हैं। उनके पति फुलकी की मृत्यु हो चुकी है।
दुलारी देवी ने खुद की ज़मीन पर आरोपी का नाम दर्ज किये जाने का आरोप लगाया है। दुलारी देवी का कहना है कि, मेरी ज़मीन पर आरोपी का नाम दर्ज किया गया है। दुलारी आगे कहती हैं कि, मेरे ही गाँव के दबंग और मनबढ़ किस्म के लोगों द्वारा जालसाजी करके मेरी ज़मीन का बैनामा अपने नाम कर लिया गया है।
पीड़िता दुलारी ने उच्चाधिकारियों को आवेदन पत्र दिया है। पत्र में पीडिता ने अपने नाम ज़मीन दर्ज कराने की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। दुलारी देवी का आरोप है कि, उसकी ज़मीन हाइवे के किनारे पासीपुर गाँव के पास है। करोड़ों की ज़मीन देखकर गाँव के मूलचंद की नियत खराब हो गयी।
ऐसे में मूलचंद द्वारा पेंशन बनवाने के नाम पर दुलारी की ज़मीन अपने नाम करा ली गयी है। पेंशन के नाम पर रजिस्ट्रार कार्यालय में ले जाकर दुलारी का अंगूठा लगवा लिया गया। यह घटना बीते मई माह की है। मगर इसकी जानकारी दुलारी को तब हुयी, जब वह अपने हिस्से का धान बटाईदार से लेने पहुंची। वहाँ पता चला कि इस ज़मीन पर उसका नहीं किसी और का नाम है।
अपने सगे-सम्बन्धियों और रिश्तेदारों की मदद से दुलारी ने तहसील में अपनी ज़मीन की पड़ताल भी कराई। पड़ताल में पता चला कि गाँव का मूलचंद पेंशन के कागज़ पर अंगूठा लगवाने के नाम पर दुलारी की ज़मीन की रजिस्ट्री अपने नाम करा चुका है। अपनी समस्या को लेकर दुलारी ने थाने में भी शिकायत की।
दुलारी यहीं नहीं रुकी। उन्होंने अवैधानिक तरीके से ज़मीन पर नाम दर्ज कराने की समस्या की शिकायत तहसील के उच्च अधिकारियों से भी की है। वहीँ, उप जिलाधिकारी प्रेमचंद मौर्या ने दुलारी देवी को आश्वासन दिया है कि, अगर फर्जी तरीके से आपकी ज़मीन का कोई बैनामा कराया गया है तब उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।