हाल ही में स्विस ऑर्गेनाइजेशन IQ Air ने विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2023 जारी की है। यह रिपोर्ट दुनिया भर की सरकारी एजेंसियों, शैक्षणिक संस्थानों और एनजीओ के निगरानी स्टेशनों से प्राप्त डेटा का अध्ययन और विश्लेषण कर तैयार की गई है। भारत में प्रदूषण की स्थति को लेकर रिपोर्ट के आँकड़े काफी चिंताजनक हैं।
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश है। भारत में PM 2.5 का स्तर 54.4 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया है। जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक से 10 गुना ज्यादा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से जारी दिशानिर्देश के अनुसार वार्षिक औसत पीएम 2.5 का स्तर 1 क्यूबिक मीटर में 5 माइक्रोग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए।
भारत में 1.33 अरब लोग यानी भारत की 96% आबादी ऐसी हवा में सांस लेने को मजबूर हैं जिसमें PM 2.5 का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित मानक से 7 गुना ज्यादा है।
वायु की गुणवत्ता को नापने वाली इकाई PM 2.5 क्या है ?
यह एक तरह का पार्टिकुलेट मैटर होता है, जिसका डायमीटर (व्यास) 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है। यह बेहद छोटे कण होते हैं, जो हवा की गुणवत्ता को खराब करते हैं। भारत में पिछले साल PM 2.5 का औसत स्तर 1 क्यूबिक मीटर में 54.4 माइक्रोग्राम रहा। यह WHO के पैमाने से 10 गुना ज्यादा है। इन कणों (पीएम 2.5) के संपर्क में आने से सीधे हृदय रोग, तंत्रिका संबंधी रोग और मृत्यु के बढ़ते जोखिम सहित स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ रहा है।
बिहार की हवा तेजी से हो रही जहरीली-
वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार बिहास का बेगुसराय दुनिया का सबसे प्रदूषित महानगर के रूप में सामने आया है। जबकि पिछले साल इसका लिस्ट में नाम भी नहीं था। विश्व के 100 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में 83 शहर भारत के हैं।
मध्य और दक्षिण एशिया के शीर्ष 15 प्रदूषित शहरों में बेगूसराय के अलावा बिहार के सीवान, सहरसा, कटिहार, बेतिया, समस्तीपुर और आरा शहर शामिल हैं। गौरतलब है कि ये शहर महानगरों की तुलना में ग्रामीण भारत का ही प्रतिनिधित्व करते हैं। यहाँ शहरीकरण और औद्योगिकीकरण कम ही हुआ है। इसके बावजूद इन शहरों में प्रदूषण काफी उच्च स्तर पर पहुंच चुका है।
विशेषज्ञों की मानें तो बिहार के इन शहरों में बढ़ते प्रदूषण का कारण ठोस ईंधन और कचरे को जलाया जाना एवं कूड़े-कचरे का प्रबंधन एवं निस्तारण सही तरीके से नहीं किया जाना है।