वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईआईटी में बीते एक नवम्बर की देर रात छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद परिसर में अब सुरक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी की गई है। बीएचयू परिसर की सुरक्षा की कमान अब सेना के रिटायर्ड ऑफिसर्स के हाथों में होगी। इसके लिए विश्वविद्यालय में पाँच रिटायर्ड कमिशन्ड ऑफिसर और पाँच रिटायर्ड जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर की तैनाती की जाएगी। बीएचयू की वेबसाइट पर इसकी सूचना जारी करने के साथ ही 25 नवंबर तक इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
गौरतलब है कि आईआईटी बीएचयू परिसर में एक नवम्बर की रात डेढ़ बजे छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद आईआईटी और बीएचयू परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। मीडिया ने सभी प्रॉक्टोरियल बोर्ड पर गम्भीर सवाल उठाए थे। इसके बाद विश्वविद्यालय में पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने कुलपति प्रो. सुधीर जैन, आईआईटी निदेशक प्रो. पीके जैन संग बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की दिशा में कई अहम फैसले लिए थे। माना जा रहा है कि उसी कड़ी में बीएचयू प्रशासन ने अब विश्वविद्यालय परिसर में रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों की तैनाती करने का निर्णय लिया है। इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस स्कीम के तहत ये भर्तियां की जाएंगी। इन पूर्व सैन्य अधिकारियों को विश्वविद्यालय में रहने, चिकित्सकीय सहित अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी।
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काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पहले से कई रिटायर्ड सैन्य अधिकारी सेवा दे रहे हैं। बीएचयू परिसर स्थित एनसीसी के ग्रुप कमांडर रहे ब्रिगेडियर नरिंदर सिंह को इसी साल जून में बतौर सलाहकार नियुक्त किया गया। इन्हें विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे गए कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों आदि की वेतन सम्बंधी समस्या के निस्तारण की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए एक सेल भी बनाया गया है। इसके अलावा रिटायर्ड कर्नल मनीष शर्मा को अस्पताल सम्बंधी व्यवस्थाओं की निगरानी की जिम्मेदारी मिली है।
परिसर की सुरक्षा के लिए बने प्रॉक्टोरियल बोर्ड में भी सेना के रिटायर्ड जवान और अधिकारी रखे गए हैं। यहाँ सुरक्षाकर्मी, सुपरवाइजर, सुरक्षाधिकारी सहित अन्य पदों को मिलाकर कुल 900 पद हैं। इसमें 800 से अधिक इस समय सेवा दे रहे हैं। इनकी भर्तियाँ भी सैनिक कल्याण निगम के तहत की जाती हैं। इसमें सेना के रिटायर्ड जवान, अधिकारियों को प्राथमिकता दी जाती है। इसमें सिक्योरिटी ऑफिसर के पद स्थायी हैं।
रिटायर्ड सैनिकों को यह मिलेगी व्यवस्था
एक साल फुल टाइम सेवा देनी होगी। म्यूचुअल एग्रीमेंट के आधार पर इसे बढ़ाया जा सकता है। योग्यता और अनुभव के आधार पर पद दिए जाएंगे। साक्षात्कार के माध्यम से भर्ती होगी। रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों का वेतन नियमानुसार 60 हजार से 1.80 लाख रुपये होगा। चिकित्सा, परिसर की अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। 60 साल की उम्र से कम वाले अधिकारियों को दी जाएगी वरीयता।