आजमगढ़। भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के सितंबर में एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने वाले बयान को किसान नेता राजीव यादव ने फर्जी डायलॉगबाजी करार देते हुए कहा कि प्रधानी से लेकर प्रधानमंत्री तक के चुनाव में एयरपोर्ट को मुद्दा बनाया जाता है तो घोसी उपचुनाव में भाजपाई इसको कैसे छोड़ सकते थे। इसीलिए भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव ने बोला कि 7 सितंबर को लाइसेंस मिलेगा, क्योंकि 5 सितंबर को घोसी में उपचुनाव हो चुका होगा। भाजपा का यह नाटक 2019 लोकसभा चुनाव, 2022 विधानसभा चुनाव, जिला पंचायत चुनाव से लेकर निकाय चुनाव में देखा जा चुका है कि अब यहां से 32 सीटर प्लेन उड़ेगा पर कुछ नहीं हुआ, सब जुमलेबाजी है।
किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि जब भी कोई चुनाव आता है भाजपाई तब एयरपोर्ट-एयरपोर्ट… चिल्लाने लगते हैं। भाजपा सांसद निरहुआ ने मार्च माह में ही कहा था कि मंदुरी एयरपोर्ट को लाइसेंस मिल गया है तो अब फिर किस लाइसेंस की वे बात कर रहे हैं। जून में निरहुआ ने बोला था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कहने पर एयर कंपनियों से बात की तो कोई एयर कंपनी आजमगढ़ आने को तैयार नहीं है, क्योंकि एयरपोर्ट बहुत छोटा है, उड़ान नहीं हो सकती। ऐसे में कैसे दावा किया जा रहा कि 7 सितंबर को लाइसेंस मिलेगा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्घाटन करेंगे।
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किसान नेता ने कहा कि निरहुआ को किसी की भावना से क्या मतलब उन्हें तो बस डायलॉग मारना है। बस चंद दिनों का इंतजार, मंदुरी एयरपोर्ट से भरिए सीधी उड़ान… जैसे बयान आजमगढ़ की जनता की भावनाओं को आहत करते हैं। पंद्रह साल से अधिक समय से जमीन अधिग्रहित है जिस पर करोड़ों की लागत से योगी सरकार में एयरपोर्ट बनाकर रोज उड़ान को लेकर हवाई बयान दिए जाते हैं, लेकिन उड़ान नहीं हुई।
राजीव यादव ने कहा कि निरहुआ ने मार्च में ही कहा था कि लाइसेंस मिल गया है, जल्द ही एक टीम निरीक्षण के लिए आएगी, उसके बाद अगले महीने उड़ान शुरू हो जाएगी। अब घोसी में उपचुनाव हो रहा है तो कहा जा रहा है कि आजमगढ़ के मंदुरी एयरपोर्ट से जहाज उड़ाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सात सितंबर को डीजीसीए के लोग आ रहे हैं और लाइसेंस देंगे, जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसका उद्घाटन कराया जाएगा। जब लाइसेंस मिल गया था, तब निरहुआ क्यों कह रहे हैं कि एयरपोर्ट शुरू होने से पहले लाइसेंस लिया जाता है। लाइसेंस प्रक्रिया और एनओसी में काफी समय लगता है। इसका मतलब वे फर्जी बयानबाजी कर रहे हैं।
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अब घोसी में उपचुनाव है तो एयरपोर्ट का नाम जपना भाजपा नेताओं ने फिर से शुरू कर दिया है। मऊ से भाजपा प्रत्याशी का नामांकन कराकर मंदुरी एयरपोर्ट पहुंचे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को इस एयरपोर्ट के सवाल को गंभीरता से लेने की जरूरत है। क्योंकि सांसद निरहुआ गैरजिम्मेदार हैं, नागरिकों के जीवन का सवाल महत्वपूर्ण है। निरहुआ के अनुसार, अगर एयर कंपनियां कह रही हैं कि उड़ान संभव नहीं है तो अब कैसे उड़ान होगी? सांसद निरहुआ ने कहा था कि एयर कंपनियां आजमगढ़ नहीं आना चाहतीं हैं क्योंकि एयरपोर्ट छोटा है। सवाल है कि डीजीसीए ने इस छोटे एयरपोर्ट, जहाँ से एयर कम्पनियां कहती हैं कि उड़ान नहीं हो सकती, को कैसे अनुमति दी। यह नागरिकों के जीवन से जुड़ा गंभीर मसला है। मानक के अनुरूप न होने के बावजूद किसी एयरपोर्ट को लाइसेंस या अनुमति कैसे दी जा सकती है?
Thnx for share.. Very best post. Ty.