मिर्ज़ापुर। जिले में संतनगर थाना क्षेत्र के लालगंज तहसील अंतर्गत ददरी बांध के नीचे सड़क पर आज सुबह सवारियों से खचाखच भरी बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें सवार पांच यात्रियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दो दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बस में 37 से अधिक लोग सवार थे। बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी।
जानकारी के मुताबिक, मिर्ज़ापुर से प्राइवेट बस सवारी लेकर हलिया थाना क्षेत्र के कुशियरा मतवार गांव को जा रही थी। बस जैसे ही दादरी बांध के नीचे सुलूस गेट के पास पहुंची कि अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में सवार दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा हैं।
जानकारी होते ही पहुंचे आलाधिकारी
बस हादसे की जानकारी होते ही जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन घटनास्थल पर पहुंचे, जहां के हालात का जायजा लेने के पश्चात सीधे लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर घायलों का हाल जाना। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की सभी घायलों का समुचित उपचार करने के साथ ही इसमें किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। जानकारी होते ही काफी संख्या में मृतकों एवं घायलों के परिजन भी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच गए थे, जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। सुरक्षा की दृष्टि से काफी संख्या में आसपास के थानों की पुलिस भी तैनात कर दी गई थी।
बस हादसे में असमय जान गंवाने वाले परिवारों के लिए जिलाधिकारी ने सभी मृतकों को सरकारी सहायता दिए जाने की घोषणा किया। कहा कि “निश्चित तौर पर यह हादसा दु:खदाई होने के साथ ही साथ हताहत परिवारों के लिए एक बड़ी मुसीबत के तौर पर सामने आया है जिसकी भरपाई कर पाना तो संभव नहीं है लेकिन सरकारी स्तर पर उन्हें समुचित सहयोग राशि प्रदान किया जाएगा।
किसी का चल रहा उपचार तो कोई हुआ रेफर
बस में सवार मृतकों में 25 वर्षीया मनीता मतवार हलिया, 26 वर्षीय ममता पत्नी सुरेश बढ़ौना संतनगर, 02 वर्षीय अभिषेक पुत्र सुरेश बढ़ौना संतनगर, 40 वर्षी सत्यनारायण पुत्र भोला एवं 10 वर्षीय विष्णु पुत्र राजेश बाबू गोंड़र संतनगर के निवासी हैं। सभी मृतकों का शव लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पोस्टमार्टम के लिए एंबुलेंस के माध्यम से भेज दिया गया है। जबकि लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से 9 लोगों को रेफर किया गया है। जिसमें 60 वर्षीय कलावती, 35 वर्षीय महेश दीपनगर, घोरी निवासी 60 वर्षीय दीप नारायण यादव, 40 वर्षीय राजगढ़ निवासी सावित्री, 25 वर्षीय अनीता निवासी कन्हौही व पुत्र 5 वर्षीय अमरेश, 45 वर्षीया सुशीला घोरावल, 35 वर्षीय निर्मला रामपुर पिड़रिया को रेफर किया गया। 40 वर्षीय श्याम देवी बाबू गोड़र,45 वर्षीय सोमारी, बढ़ौना निवासी 25 वर्षीय सरिता, 7 वर्ष रामप्रवेश दीपनगर, चकोटार निवासी 40 वर्षी रामसखा का प्राथमिक विकास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार किया जा रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर घायलों का हाल-चाल जानने के लिए मुख्यालय से अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व शिव प्रताप शुक्ला, सीएमओ डॉक्टर सीएल वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन ओम प्रकाश सिंह पहुंचे। जबकि पहले से ही लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और दुर्घटना स्थल पर क्षेत्राधिकार लालगंज मंजरी राव, उपजिलाधिकारी मड़िहान, लालगंज उपजिलाधिकारी के अलावा लालगंज, हलिया, संतनगर, मड़िहान के थानाध्यक्ष भी दलबल के साथ मौजूद रहें।
बस हादसे में असमय जान गंवाने वालों में अधिकांश आदिवासी गरीब पिछड़े परिवार के लोग शामिल हैं। घायलों में भी इनकी अत्यधिक संख्या होनी बताई जा रही है। बताते चले कि मिर्जापुर का मतवार जिले का अंतिम छोर है, जहां आवागमन के लिए सड़क का आज भी घोर अभाव बना हुआ है। इन इलाकों के लोग आज भी वाहनों की छत पर भी बैठकर यात्रा करने के लिए मजबूर हैं। सरकारी बस सेवा की बात तो दूर सड़क और रास्तों का भी घोर अभाव बना हुआ है। घायलों के अनुसार, ‘बस की रफ्तार अत्यधिक होने की वजह से हादसा हुआ है। कुछ लोगों ने इसके लिए चालक को टोका भी था, लेकिन वह अपनी धुन में बस को दौड़ाये जा रहा था। बस पलटते ही मौके पर चीख-पुकार के साथ अफरा-तफरी माहौल व्याप्त हो गया था।