नई दिल्ली (भाषा)। सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में तीन नागरिकों की मौत की गहन आंतरिक जांच के आदेश दिये हैं। इस मामले से परिचित लोगों ने रविवार को यह जानकारी दी। ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि इन तीन लोगों की सेना की हिरासत में मौत हुई है।
पुंछ में 21 दिसंबर को अज्ञात आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में सेना के चार जवानों की हत्या के मद्देनजर सेना ने कथित तौर पर तीन नागरिकों को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में ले लिया था। 27 से 42 वर्ष की उम्र के तीनों नागरिक 22 दिसंबर को मृत पाए गए थे। इन लोगों के रिश्तेदारों और नेताओं ने आरोप लगाया है कि तीनों की मौत हिरासत में यातना के कारण हुई। सेना ने इस हमले के सिलसिले में आठ लोगों को अपनी हिरासत में लिया था।
जम्मू-कश्मीर सरकार के मुताबिक, सरकार ने प्रत्येक मृतक के लिए मुआवजे की घोषणा की है। इसके अलावा सरकार ने प्रत्येक मृतक के करीबी परिजन के लिए अनुकंपा नियुक्ति की भी घोषणा की है।
पुंछ जिले के सावनी क्षेत्र में आतंकी हमले वाली जगह के पास संदिग्ध परिस्थितियों में तीन ग्रामीणों की शवों की बरामदगी के मामले में सेना ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है। सेना ने प्रारंभिक तौर पर तीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया है ताकि जांच निष्पक्ष हो सके। इस बीच पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि राजोरी के थन्नामंडी इलाके में तैनात सेना की ब्रिगेड के तीन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमें एक कर्नल व एक लेफ्टिनेंट कर्नल स्तर के भी अधिकारी हैं। जांच की जा रही है कि कैसे तीन नागरिकों की मौत हुई। उधर, तीन नागरिकों के शव बरामदगी मामले की पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
हमले के बाद घटना स्थल के पास शुक्रवार देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में गांव टोपापीर निवासी तीन लोगों के शव बरामद हुए थे। प्रशासन व सुरक्षाबलों ने मृतकों के आश्रितों को मुआवजा, परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और मामले की जांच कर दोषियों को सजा दिलाने का आश्वासन दिया था। अब पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।