अवधेश पटेल ने ब्राह्मणी, मनुवादी व्यवस्था व संस्कार को लात मार मानवता व वैज्ञानिकता की मिसाल पेश किया
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह यादव व साथियों ने बदलाव व सामाजिक परिवर्तन में निभाई अहम भूमिका
आज दिनांक 25 अगस्त 2021 का दिन बनारस के लिए बहुत ही ऐतिहासिक था इत्तेफाक से बहुजन नायक मंडल आयोग के अध्यक्ष रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल जी के जन्मदिवस पर आज वाराणसी जनपद के आराजी लाइन विकासखंड के कपरफोरवा ग्राम सभा में अवधेश पटेल के बड़े पिताजी लक्ष्मण पटेल की तेरही थी जिसमें किसी भी ब्राह्मण को नहीं बुलाया गया था और ना ही ब्राह्मणी, मनुवादी व्यवस्था के तहत कोई कार्यक्रम किया गया, आप लोगों को बता दें कि अवधेश पटेल जी के बड़े पिताजी लक्ष्मण जी की मृत्यु 13 अगस्त 2021 को हुई , उनका अंतिम संस्कार करने के बाद अवधेश जी पूरे परिवार के साथ घर आए , इसके बाद जब हम लोगों को पता चला तो हमारे प्रेम प्रकाश सिंह यादव एडवोकेट के नेतृत्व में राजमणि वर्मा , जगत नारायण कश्यप, डॉक्टर सेवाराम पटेल व बच्चा लाल भास्कर अवधेश पटेल व उनके परिवार के सदस्यों से मिलकर, ब्राह्मण व्यवस्था हमारे समाज के लिए अभिशाप है के बारे में पूरी तरीके से बताया और उसका बहिष्कार करने के लिए तैयार किया, जिसका परिणाम यह हुआ की अवधेश जी व उनका पूरा परिवार दाह संस्कार के बाद ना तो दूध भात का कार्यक्रम किया, ना तो घंटा बांधा, ना तो पानी दिया, ना तो घाट पर ब्राह्मणों को बुलाया, ना ही ब्राह्मण भोज या ब्रह्म भोज का कार्ड छपवाया और ना ही तेरही के दिन किसी ब्राह्मण को बुलाया, तेरही के दिन यानी आज 25 अगस्त को जो भी शुभचिंतक इकट्ठा हुए सभी लोग शोक व्यक्त किए . इस प्रकार अवधेश पटेल जी व उनके पूरे परिवार ने ब्राह्मणवाद, पाखंडवाद व मनुवादी सोच , संस्कार के खिलाफ वैज्ञानिक व मानवतावादी मिसाल पेश किया जो हमारे समाज में व्याप्त मानसिक गुलामी व अंधविश्वास के खिलाफ अलख जगाने में व लोगों को वैज्ञानिक सोच के रास्ते पर लाने में एक आईना का काम करेगा. सामाजिक परिवर्तन व ऐतिहासिक बदलाव की शुरुआत के लिए अवधेश पटेल व उनके पूरे परिवार को बहुत-बहुत साधुवाद व उन्हें प्रेरित करने में लगी पूरी टीम को भी बहुत-बहुत साधुवाद जिनके अथक प्रयास से यह कार्यक्रम सफल हुआ .
बाबू जगदेव प्रसाद प्रतिमा स्थल दीनापुर चिरईगांव में वाराणसी पर जातिगत जनगणना जन संवाद संपन्न
जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य वक्ता व वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह यादव ने कहा कि जातिगत जनगणना सत्ता व व्यवस्था परिवर्तन की चाबी है, अगर इस देश के बहुजन को उनकी संख्या का एहसास हो जाएगा तो वे अपनी संख्या के अनुपात में कार्यपालिका न्यायपालिका व्यवस्थापिका मंत्रालय सचिवालय से लेकर हर जगह लड़कर अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित कर लेंगे।सरकार जाति जनगणना से ध्यान भटकाने के लिए संसद में ओबीसी बिल लाकर राज्य सरकार को कौन जाति किस वर्ग में रहेगी इसका निर्धारण करने का अधिकार दे दिया है यह प्रतिनिधित्व व आरक्षण से वंचित करने व बहुजनों को आपस में लड़ाने की साजिश है
जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राम जन्म भाई ने कहा यह मनुवादी सरकार एक के बाद एक जन विरोधी किसान विरोधी मजदूर विरोधी कानून ला रही है और जातिगत जनगणना से ध्यान भटकाने के लिए ओबीसी अधिनियम लाई है हम लोग सरकार की पिछड़े विरोधी नीतियों को बेनकाब करेंगे और जातिगत जनगणना करा कर ही दम लेंगे
डॉ अनूप शर्मा ने कहा कि सरकार को पूंजीपति एससीबीसी माइनारटीज लोगों को आपस में लड़ा कर बहुजन एकता बहुजन एकता को छिन्न-भिन्न कर मनुवादी साम्राज्य कायम रखना चाहते हैं हम लोग ऐसा नहीं होने देंगे
पूर्व प्रधान राजेश पटेल ने कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू होने से हमें आरक्षण मिला लेकिन समाज आरक्षण ने संविधान की हत्या कर मनुवाद लागू कर दिया जो संविधान की मूल भावना के खिलाफ है
जनसंवाद कार्यक्रम में डॉ राम खेलावन राजभर महेंद्र प्रसाद मौर्य पंचम प्रसाद संजय भारती शिव मूरत मास्टर बच्चा लाल भास्कर ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
जनसंवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय लोलारक व संचालन लक्ष्मण प्रसाद ने किया.