रायपुर। ब्राह्मणवाद के कटु आलोचक और अपने तेजतर्रार बयानों के लिए जाने जाने वाले सुप्रसिद्ध बहुजन विचारक, वक्ता और सांस्कृतिक कार्यकर्ता नंद कुमार बघेल ने आज 89 साल की उम्र में रायपुर के एक निजी अस्पताल में अंतिम साँस ली। श्री बघेल को छत्तीसगढ़ का पेरियार कहा जाता रहा है। वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता थे।
हालांकि कई बार पिता पुत्र के बीच तीखी वैचारिक असहमतियां उभरीं लेकिन नंद कुमार बघेल ने मुख्यमंत्री को कभी रियायत नहीं दी और कई कामों के लिए उनकी तीव्र भर्त्सना की।
अपने विचारों के लिए नंद कुमार बघेल जेल भी गए। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन में आदिवासियों की भागीदारी के लिए लगातार संघर्ष किया। उनके निधन से बहुजन सांस्कृतिक आंदोलन को बड़ी क्षति हुई है।