माजुली (असम)। भाजपा सरकार के खिलाफ देश को जागरूक करने के लिए निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में कांग्रेस ने असम में मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पर निशाना साधा है। आरोप लगाया है कि देश में सबसे भ्रष्ट सरकार असम में ही है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शिक्षा, रोजगार और स्वस्थ्य के मुद्दे पर भी भाजपा सरकार पर हमला बोला।
राहुल गांधी ने कहा, ‘असम में युवाओं ने बताया कि उन्हें नौकरियाँ नहीं मिल रही हैं। महंगाई बेतहाशा है। शिक्षा भी महंगी हो गई है, लेकिन इसे हल करने के बजाय मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।’ राहुल ने कहा कि ‘मुख्ख्यमंत्री शर्मा अपने परिवार और अपने करीबी लोगों को अमीर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’
यात्रा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने दावा किया कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लगातार ध्यान केंद्रित कर रही है, क्योंकि यह राज्य के लोगों के लिए सबसे प्रासंगिक मुद्दा है।
आदिवासी और वनवासी का मतलब समझाया
राहुल ने असम में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि कांग्रेस मूल निवासियों के तौर पर संसाधनों पर ‘आदिवासियों’ के अधिकारों को मान्यता देती है।
उन्होंने कहा कि हम आपको आदिवासी कहते हैं, जिसका अर्थ है आदि काल से रहने वाले। भाजपा आपको वनवासी कहती है जिसका अर्थ है वन में रहने वाले लोग।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा आदिवासियों को वनों तक ही सीमित करना चाहती है और उनके बच्चों को स्कूल तथा विश्वविद्यालय जा कर शिक्षा ग्रहण करने, अंग्रेजी सीखने एवं कारोबार करने के अवसरों से वंचित करना चाहती है।
राहुल ने द्वीपीय जिले माजुली में आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम चाहते हैं कि जो आपका है उसे आपको लौटाया जाना चाहिए। आपका जल, भूमि, वन आपका ही रहना चाहिए।’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार देशभर में आदिवासियों की जमीनों को हथिया रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘आप सब जानते हैं कि आपके साथ क्या हो रहा है। आपकी जमीनें हथियाई जा रही हैं, आपका इतिहास मिटाया जा रहा है और पूरे देश में ऐसा हो रहा है।’
राहुल ने कहा कि 2022-23 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सफल थी और इससे ही लोगों ने पूर्व से पश्चिम तक इसी प्रकार की यात्रा निकालने की अपील की थी। इसीलिए हमने मणिपुर से मुंबई तक यह यात्रा निकाली।’
राहुल ने कहा कि ‘यह भाजपा के साथ विचारधारा की लड़ाई है।’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘हमने मणिपुर से शुरूआत की। भाजपा ने मणिपुर जला कर रख दिया है। वहाँ कई माह से गृह युद्ध जैसे हालात हैं और लोग एक-दूसरे की हत्या कर रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री एक बार भी वहाँ नहीं गए। नगालैंड में प्रधानमंत्री ने नौ वर्ष पहले एक समझौते का वादा किया था, लेकिन उसे पूरा नहीं किया। यहाँ (असम) मुख्यमंत्री सबसे भ्रष्ट हैं।’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा और आरएसएस का मानना है कि हिन्दुस्तान पर एक भाषा और एक नेता के जरिये दिल्ली से शासन चलाया जाना चाहिए। लेकिन हम इससे सहमत नहीं हैं। असम पर शासन दिल्ली से नहीं, बल्कि असम से चलाया जाना चाहिए।’
पूर्वोत्तर राज्य भी अन्य राज्यों की तरह ही महत्वपूर्ण
राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस सभी राज्यों को समान महत्व देती है और इसी कारण उन्होंने पूर्व के मणिपुर से पश्चिम में मुंबई तक की यह यात्रा शुरू की है।
उन्होंने कहा, ‘हमने मणिपुर को चुना क्योंकि हम प्रत्येक व्यक्ति को यह संदेश देना चाहते थे कि पूर्वोत्तर राज्य भी अन्य राज्यों की तरह ही महत्वपूर्ण हैं। उनके इतिहास, भाषा और संस्कृति को संरक्षित करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना किसी अन्य स्थान का।’
उन्होंने पिछले साल मई से लगातार जातीय हिंसा से मणिपुर के प्रभावित रहने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य का दौरा नहीं करने को लेकर उन पर तंज कसा।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भारत के इतिहास में पहली बार, राज्य में गृह युद्ध जैसी स्थिति है लेकिन प्रधानमंत्री ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया। वह वहाँ नहीं जा सकते क्योंकि इससे भाजपा की राजनीतिक हकीकत सामने आ जाएगी।
घबराए हुए हैं मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि लोगों की प्रतिक्रिया से घबराए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा राज्य में राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा प्रदेश में यात्रा को लेकर कांग्रेस को मिल रहे जनसमर्थन से घबरा गए हैं और बौखला गए हैं।
रमेश ने कहा कि यात्रा अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार छह और दिन राज्य में जारी रहेगी।
उन्होंने यात्रा के माजुली द्वीप पर पहुँचने के बाद कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि असम के मुख्यमंत्री पिछले दो दिन से राज्य में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को मिल रही शानदार प्रतिक्रिया से परेशान और घबराए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि असम के विविध समाज के सभी वर्गों और सभी आयु समूहों के लोग राहुल का ‘उत्साहपूर्वक स्वागत’ कर रहे हैं।
रमेश ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री अपशब्द कह सकते हैं और बदनाम कर सकते हैं, वह डरा और धमका सकते हैं, लेकिन हम डरे नहीं हैं। वह जाहिर तौर पर ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के असर से परेशान हैं, जो उसे पटरी से उतारने के उनके निरंतर प्रयासों के बावजूद छह और दिन असम में जारी रहेगी।
उन्होंने इस पोस्ट के साथ ही शर्मा की टिप्पणियाँ भी साझा कीं कि कांग्रेस मुस्लिमों के एक वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रही है और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के तहत की गयी प्रगति के कारण मुस्लिम महिलाएं तक कांग्रेस की रैलियों में नहीं आयीं।
इस बीच, असम पुलिस ने बृहस्पतिवार को जोरहाट शहर में यात्रा के निर्धारित मार्ग में परिवर्तन करने के आरोप में यात्रा तथा उसके मुख्य आयोजक केबी बायजु के खिलाफ स्वत: संज्ञान प्राथमिकी दर्ज की।
यात्रा में समस्याएँ खड़ी कर रही है भाजपा
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भाजपा शासित अन्य राज्यों में उतनी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ा था, जितना इस बार यानी दूसरी यात्रा के दौरान पूर्वोत्तर के राज्यों में करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कई जिलों में जाने से हमें रोक दिया जा रहा है। पुलिस तैनात कर दिए जा रहे हैं। हमें दूसरी रास्ते से जाने को कहा जा रहा है। इसके बावजूद जनता हमसे मिलने आ रही है। अपनी समस्याएँ बता रही है।
राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस की यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई थी और यह 20 या 21 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। पहली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 2022-23 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक आयोजित की गई थी।
गांधी और उनके सहयोगियों ने दिन में यात्रा की शुरुआत सुबह जोरहाट जिले के निमातीघाट से दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली तक ब्रह्मपुत्र पर नौका की सवारी के साथ की।