Friday, May 9, 2025
Friday, May 9, 2025




Basic Horizontal Scrolling



पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

होमपूर्वांचलविंझिजम बंदरगाह के लिए माकपा ने ओमन चांडी को श्रेय देने संबंधी...

इधर बीच

ग्राउंड रिपोर्ट

विंझिजम बंदरगाह के लिए माकपा ने ओमन चांडी को श्रेय देने संबंधी कांग्रेस के दावे को नकारा

तिरुवनंतपुरम (भाषा)।  मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने विपक्षी दल कांग्रेस के इस दावे को खारिज कर दिया है कि विंझिजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का ‘असल श्रेय’ पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी को जाता है और कहा कि वाम सरकार ने ही इसे शुरू किया और पूरा किया। माकपा की केरल इकाई के सचिव एम वी गोविंदन ने […]

तिरुवनंतपुरम (भाषा)।  मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने विपक्षी दल कांग्रेस के इस दावे को खारिज कर दिया है कि विंझिजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का ‘असल श्रेय’ पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी को जाता है और कहा कि वाम सरकार ने ही इसे शुरू किया और पूरा किया।

माकपा की केरल इकाई के सचिव एम वी गोविंदन ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने बंदरगाह परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन किया था और इसे रोके जाने की मांग की थी, जबकि वाम सरकार इसे अमलीजामा पहनाने के लिए अपने रुख पर अडिग रही।

इससे पहले, विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि विंझिजम परियोजना का असल श्रेय चांडी को जाता है, ना कि मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को। कांग्रेस ने यह भी मांग की कि बंदरगाह का नाम पूर्व मुख्यमंत्री के नाम पर रखा जाना चाहिए। चांडी का जुलाई में निधन हो गया था।

गोविंदन ने कांग्रेस के दावों को खारिज करते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘पूर्व वामपंथी मुख्यमंत्री ई के नायनार ने 30 साल पहले बंदरगाह की कल्पना की थी। बाद में वी एस अच्युतानंदन ने इसे आगे बढ़ाया। यूडीएफ (कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) सरकार ने इसे उचित तरीके से लागू तक नहीं किया।’

माकपा नेता ने आरोप लगाया कि यूडीएफ ने इस परियोजना को नुकसान पहुंचाया और अडाणी समूह के साथ एक समझौता किया, जिससे ‘बंदरगाह से लाभ कमाने का मौका निकल गया।’

गोविंदन ने कहा, ‘यूडीएफ द्वारा किए गए समझौते के कारण केरल को बंदरगाह (संचालन) से लाभ का केवल एक प्रतिशत मिलेगा, वह भी 15 वर्ष बाद। सरकार ने बंदरगाह संचालन का मौका खो दिया।’

उन्होंने आरोप लगाया कि यूडीएफ केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार के दबाव के आगे झुक गया और उसने अडाणी समूह के साथ समझौता कर लिया।

गोविंदन ने कहा, ‘यह बंदरगाह केरल राज्य के विकास के लिए एक मील का पत्थर है।’

चीन से क्रेन लेकर केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित विझिंजम बंदरगाह पहुंचे पहले पोत को ‘टग’ नौकाओं ने बृहस्पतिवार को जल सलामी दी। इन नौकाओं ने इसे 7,700 करोड़ रुपये की लागत से बने अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के पास इसे खींचा।

गाँव के लोग
गाँव के लोग
पत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट को सब्सक्राइब और फॉरवर्ड करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here