हालांकि, रविवार देर रात तक आतिशबाजी होने से कम तापमान के बीच प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई। सुबह सात बजे एक्यूआई 275 (खराब श्रेणी) पर था। शादीपुर (315), आयानगर (311), लोधी रोड (308), पूसा (355) और जहांगीरपुरी (333) सहित कुछ क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया। इन क्षेत्रों में पीएम2.5 (सूक्ष्म कण जो सांस लेने पर श्वसन तंत्र में प्रवेश कर सकते हैं और श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं) की सांद्रता 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से सात से आठ गुना अधिक रही। आतिशबाजी से राजधानी के ओखला और जहांगीरपुरी सहित कई स्थानों पर सुबह के समय पीएम 2.5 की सांद्रता 1,000 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक हो गई।आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर एक्यूआई 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था। दिवाली के एक दिन बाद शहर का एक्यूआई 2015 में 360, 2016 में 445, 2017 में 403, 2018 में 390, 2019 में 368, 2020 में 435, 2021 में 462 और 2022 में 303 था। एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे ‘अति गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
इस दिवाली से ठीक पहले रुक-रुक कर हुई बारिश और तेज हवा के चलते राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार और रविवार को आसमान साफ रहा और धूप खिली रही। शहर में 28 अक्टूबर से दो सप्ताह तक हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ से ‘गंभीर’ तक रही और इस अवधि के दौरान राजधानी में दमघोंटू धुंध छाई रही। पिछले तीन वर्षों के रुझान के देखते हुये दिल्ली ने राजधानी के भीतर पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर व्यापक प्रतिबंध की घोषणा की थी। दिल्ली में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करने वाले ‘डिसीजन सपोर्ट सिस्टम’ के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को पीएम 2.5 के 35 प्रतिशत प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों, विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने से निकला धुआं जिम्मेदार था। सोमवार को इसके 22 फीसदी और मंगलवार को 14 फीसदी रहने के आसार हैं। आंकड़ों में यह भी पाया गया कि परिवहन, शहर में प्रदूषण का एक अन्य प्रमुख कारण है, जिसका पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की खराब हवा में 12 से 14 प्रतिशत का योगदान रहा।
दिल्ली अग्निशमन सेवा को दिवाली की शाम से आग की घटनाओं को लेकर 100 सूचनाएं मिलीं
दिल्ली अग्निशमन सेवा को दिवाली की शाम आग की घटनाओं से संबंधित कुल 100 सूचनाएं प्राप्त हुईं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा, ‘आज शाम छह बजे से रात्रि 10 बजकर 45 मिनट तक छोटी, मध्यम और भीषण आग की घटनाओं को लेकर अबतक 100 सूचनाएं मिली हैं। हमारा दल मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।’ एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस चौकस है और अग्निशमन कर्मचारियों की मदद कर रही है।
दिल्ली के राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन पर महिला ने की आत्महत्या
पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन पर रविवार को एक महिला ने कथित तौर पर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने शव को बरामद कर जांच शुरू कर दी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा,’हम महिला की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि महिला की आयु 40 वर्ष होगी। इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है।’ दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह घटना राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन की ‘डाउन’ दिशा वाले प्लेटफॉर्म पर अपराह्न करीब एक बजे हुई। इससे कुछ मिनटों के लिए मामूली व्यवधान हुआ।’
नई दिल्ली(भाषा)। दिल्ली में प्रतिबंध के बावजूद दिवाली के दिन हुई आतिशबाजी के कारण सोमवार को प्रदूषण का स्तर फिर काफी बढ़ गया और सुबह धुंध छाया रहा। शहर में रविवार को दिवाली के दिन आठ वर्षों में सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज की गई थी। इस दौरान 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) अपराह्न चार बजे 218 दर्ज किया गया था।