हैदराबाद (भाषा)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को तेलंगाना की चेन्नूर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विवेक वेंकटस्वामी और कुछ अन्य के परिसरों की तलाशी ली। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी चेन्नूर और हैदराबाद में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत तलाशी ले रही है।
అప్రజాస్వామ్యిక పెత్తందారీకి తనానికి మరో నిదర్శనం.
అధికారాన్ని దుర్వినియోగం చేస్తూ వివేకన్న ఇంటిపై ఐటీ దాడులు చేయించిన మోడీ మరియు కేసిఆర్#Chennur #election #assembly #telanagana #Congress #byebyekcr #KCRNeverAgain #kcrfailedtelangana #rahulgandhi #teamvivekanna #revanthreddy… pic.twitter.com/OolLLrZdjM— Dr Vivek Venkatswamy (@VivekVenkatswam) November 21, 2023
पूर्व सांसद विवेक वेंकटस्वामी ने इस महीने की शुरुआत में भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया था तथा हैदराबाद में पार्टी नेता राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। विवेक 600 करोड़ रुपये से अधिक की घोषित संपत्ति के साथ, तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर नेता हैं। विवेक और उनकी पत्नी के पास 377 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। इसमें से ज्यादातर, विभिन्न कंपनियों के शेयर हैं, जिसमें उनकी अपनी विसाका इंडस्ट्रीज भी शामिल है। परिवार की अचल संपत्ति 225 करोड़ रुपये से अधिक है। उनके द्वारा दाखिल हलफनामे के मुताबिक, विवेक और उनकी पत्नी पर 41.5 करोड़ रुपये की देनदारियां या कर्ज है। पिछले वित्त वर्ष 2019 में विवेक की वार्षिक आय 4.66 करोड़ रुपये थी जो इस साल बढ़कर 6.26 करोड़ रुपये हो गई, जबकि इसी अवधि के दौरान उनकी पत्नी की वार्षिक आय 6.09 करोड़ रुपये से बढ़कर 9.61 करोड़ रुपये हो गई।
गौरतलब है कि तेलंगाना में आगामी 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी को झटका देते हुए पूर्व सांसद जी. विवेक वेंकटस्वामी ने पार्टी से इस्तीफा देकर यहां कांग्रेस का दामन थाम लिया। वेंकटस्वामी यहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। विवेक के पार्टी का साथ छोड़ने के एक हफ्ते से भी कम समय पहले एक अन्य वरिष्ठ नेता कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। रेड्डी ने पिछले साल मुनुगोड विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी।