Tuesday, June 24, 2025
Tuesday, June 24, 2025




Basic Horizontal Scrolling



पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

होमपूर्वांचलगाँधी की विरासत चाहे जितनी ध्वस्त करें विचार नहीं मर सकते -...

इधर बीच

ग्राउंड रिपोर्ट

गाँधी की विरासत चाहे जितनी ध्वस्त करें विचार नहीं मर सकते – श्रीनिवासन

गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह  का आज 91 वां दिन है।

‘न्याय के दीप  जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह’ के 91वां  दिन उपवास 

आज 91वां  दिन श्रीनिवासन और जोखन सिंह यादव उपवास पर बैठे।

आज उपवास पर बैठे  श्रीनिवासन एस ने अन्नामलाई विश्वविद्यालय से एम कॉम, बी एड की पढ़ाई पूरी करने के बाद  ट्रैवलर हायर सेकेंडरी स्कूल में अकाउंटेंसी एंड कॉमर्स में अध्यापन का कार्य किया। साथ में 1980 में गांधियन मंडपम के सक्रिय सदस्य बने। वे हर शाम को सर्व धर्म प्रार्थना करते हैं और गरीब बच्चों को हर शुक्रवार को मुफ्त पढ़ाते हैं। गांधी विचारों के प्रचार प्रसार में वे लगे रहते हैं। गांधी मंडपम में 3500 से ज्यादा की पुस्तकों की लाइब्रेरी बनी हुई है जिसमें गांधी विचारों के भी पुस्तकें पढ़ने के लिए लोग इस पुस्तकालय में आते रहते हैं। श्रीनिवासन जन्मदिन पर उपहार के रूप में गांधी की पुस्तक देते हैं।

चेन्नई के रहनेवाले श्रीनिवासन कहते हैं कि गांधी विचारों से लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए। सर्व सेवा संघ का राजघाट परिसर ऐसा ही एक प्रेरणा केंद्र था जिसे प्रशासन ने अवैध रूप से गिरा दिया है। यह बहुत ही दुखद है। समाज का दायित्व है कि प्रेरणा देने वाली विरासत को बचाकर रखें ताकि आने वाली पीढ़ियां उससे सीख सके, लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा है। गांधी की विरासत को बर्बाद किया जा रहा है। कोई भी समझदार आदमी ऐसा नहीं कर सकता। लेकिन जो ऐसा कर रहे हैं वे बेवकूफ नहीं है। इसका मतलब है कि जो भी किया जा रहा है वह सोच समझ कर किया जा रहा है। जब गलत काम सोच-विचार कर किया जाता है, योजनाबद्ध तरीके से किया जाता है, तब इसका प्रतिवाद करना समाज का दायित्व है। इसलिए सत्याग्रह में सत्य का आग्रह तो है ही, असत्य अस्वीकार भी है।

यह भी पढ़ें  –मानवाधिकार दिवस : सौ वर्षों से मानवाधिकार के उल्लंघन का रिकॉर्ड बनाता आरएसएस

गांधी विरासत को बचाने के लिए प्रशासनिक दबाव के चलते सर्व सेवा संघ परिसर के सामने से स्थानांतरित होकर शास्त्री घाट में चल रहे सत्याग्रह  का आज 91 वां दिन है। स्वतंत्रता आंदोलन में विकसित हुए लोकतांत्रिक भारत की विरासत और शासन की मार्गदर्शिका- संविधान को बचाने के लिए 11 सितंबर (विनोबा जयंती) से सर्व सेवा संघ के आह्वान पर ‘न्याय के दीप  जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह’ जारी है जो 19 दिसंबर 2024 को संपन्न होगा। सत्याग्रह आज सर्व धर्म प्रार्थना एवं गीता पाठ के साथ अपने 91वें पायदान पर पहुंच गया है।

आज सत्याग्रह में उपवासकर्ता  श्रीनिवासन एस और जोखन सिंह यादव के अलावा उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज, वरिष्ठ गांधीवादी विद्याधर, लोक समिति के प्रमुख नंदलाल मास्टर, प्रकाशन समिति के संयोजक अशोक भारत, समाज सेविका सिस्टर फ्लोरीन, निहाल गांधी, जागृति राही, किसान नेता रामजन्म यादव, हरियाणा महेंद्रगढ़ के किसान नेता दिलीप सिंह, लोक समिति के राम वचन मास्टर, महिला चेतना समिति की पूनम, तारकेश्वर सिंह,अनीता, सरिता, इंद्रायणी, उदय नारायण भारती, वल्लभाचार्य, सतीश सिंह, शिव सिंह, पूजा, धनंजय, शीला, रीना, सरोजा, मंजू, शीला, मुन्नी, लालमणि, गीता आदि शामिल रहे।

गाँव के लोग
गाँव के लोग
पत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट को सब्सक्राइब और फॉरवर्ड करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Bollywood Lifestyle and Entertainment