13 अप्रैल की सुबह लगभग 11:00 बजे आजमगढ़ के मंदुरी एयरपोर्ट पर आग लग गई थी। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। 1 घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को मंदुरी एयरपोर्ट का लोकार्पण किया था। लोकार्पण के बाद यहां से 19 सीटर विमान की उड़ान शुरू हो गई। यहां से सप्ताह में दो दिन विमान लखनऊ के लिए उड़ान भरते हैं।
आजमगढ़ एयरपोर्ट पर आग लगने पर सोशलिस्ट किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव राजीव यादव ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘जिस एयरपोर्ट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एयरपोर्ट नहीं कैंटीन लग रहा है बोला था उसका चंद दिनों में ही चुनावों को देखते हुए उद्घाटन करवा दिया गया। यह यात्रियों की जिंदगी से जुड़ा गंभीर मसला है। इस एयरपोर्ट के बारे में भाजपा सांसद दिनेश लाल निरहुआ तक कह चुके हैं कि कोई कंपनी आजमगढ़ नहीं आना चाहती, यहाँ से उड़ान नहीं हो सकती।
किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि आजमगढ़ के मंदुरी एयरपोर्ट में शनिवार को लगी आग में एटीसी सर्वर रूम जलकर खाक हो गया। यह नागरिकों के जीवन से जुड़ा गंभीर सवाल है। एक महीने पहले 10 मार्च को अफरा-तफरी में किसानों की खड़ी फसलों को रौंदकर प्रधानमंत्री द्वारा एयरपोर्ट का उद्घाटन कराया गया था। एक महीना भी नहीं बीता कि एयरपोर्ट पर आग लग गई। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई गई है। मतलब साफ है कि गुणवत्ता से काम नहीं हुआ। एयरपोर्ट निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया।
राजीव यादव ने कहा कि अखबारी खबरों के अनुसार आजमगढ़ से लखनऊ का किराया लगभग 3000 रुपये है। यात्रा कराने वाले 19 सीटर विमान में कभी छह तो कभी दस यात्रियों ने ही यात्रा की है। हमने पहले भी कहा था कि जब पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, नेशनल हाईवे और ट्रेन से कम समय में आसान और सस्ती यात्रा हो सकती है तो क्यों कोई महंगी यात्रा करेगा?
उन्होंने कहा, ‘शासन-प्रशासन के जो लोग कहते थे कि आजमगढ़ से बहुत से यात्री यात्रा करेंगे, उनसे अब जवाब तलब किया जाना चाहिए। जिन्होंने घाटे की इस परियोजना को बनाया। उनकी संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए कि किसी लाभ के लिए तो इस परियोजना को नहीं बनाया गया। क्योंकि प्राईवेट कंपनी के विमान के जरिए यात्रा हो रही है। जब कभी भी विमान फुल होकर उड़ान नहीं भरा तो स्पष्ट है कि उड़ान घाटे का सौदा है। आखिर कोई कंपनी घाटे का सौदा क्यों कर रही है? इलेक्ट्रोरल बॉन्ड के दौर में यह भ्रष्टाचार का गंभीर मामला हो सकता है। आमजन में यह बात है कि भाजपा के लोग और सरकार के लोग ही यात्रा कर रहे हैं। हफ्ते में दो दिन उड़ान भरने वाला हवाई अड्डा चुनाव के बाद बंद हो जाएगा। यह चुनावी झुनझुना मात्र है।’