Sunday, July 7, 2024
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कर्नाटक का पूर्व मुख्यमंत्री पर यौन उत्पीड़न के आरोप, POCSO के तहत मामला दर्ज

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा पर 81 साल की आयु में नाबालिग लड़की के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में पुलिस ने पॉक्सो कानून के तहत मामला दर्ज किया है।

राजनेताओं के खिलाफ महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप नये नहीं हैं। सियासत में ताकत मिलने के बाद दमन की मानसिकता का जिक्र इसलिए प्रासंगिक है क्योंकि कर्नाटक के एक भाजपा नेता के खिलाफ नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। खास बात यह है कि आरोप 81 साल की आयु में लगे हैं और यह भाजपा नेता कोई मामूली शख्स नहीं, कर्नाटक का पूर्व मुख्यमंत्री रह चुका है।

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत दर्ज प्राथमिकी को शुक्रवार को आगे की जांच के लिए आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दिया गया। पुलिस महानिदेशक आलोक मोहन ने अपने संदेश में बेंगलुरु पुलिस को बताया कि मामला तत्काल प्रभाव से आगे की जांच के लिए सीआईडी को सौंप दिया गया है।

कर्नाटक के कद्दावर भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा पर 81 साल की आयु में नाबालिग लड़की के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। पुलिस ने पॉक्सो कानून के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़िता की मां का आरोप है कि दो फरवरी 2024 को येदियुरप्पा के आवास पर घटना हुई। मां के मुताबिक वे पूर्व मुख्यमंत्री के पास धोखाधड़ी के मामले में मदद मांगने गई थीं। कर्नाटक के सदाशिवनगर में दर्ज इस मामले में सीएम येदियुरप्पा ने बयान जारी किया। उन्होंने 15 मार्च की सुबह जारी बयान में कहा कि आरोप बेबुनियाद हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2012 के कानून- प्रिवेंशन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस (POCSO) के तहत मामला दर्ज किया गया है। येदियुरप्पा ने कथित तौर पर बेंगलुरु के डॉलर्स कॉलोनी आवास पर 17 साल की पीड़िता का उत्पीड़न किया। कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु के एक थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (ए) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।

पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक शिकायतकर्ता महिला ने अलग-अलग कारणों से केस दर्ज़ कराया है। उन्होंने 53 मामलों की सूची जारी कर बताया है कि महिला ऐसी शिकायत आदतन दर्ज कराती रही है।

येदियुरप्पा की तरफ से जारी बयान के मुताबिक कुछ दिन पहले महिला रोते हुए उनके आवास पर पहुंची। उन्होंने मामले की जानकारी लेने के बाद पुलिस कमिश्नर को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी और यथासंभव मदद का निर्देश दिया। अब उन्हें इस बात की जानकारी नहीं कि महिला उनके खिलाफ बयान क्यों दे रही है। उन्होंने इस शिकायत के पीछे कोई सियासी मकसद होने की संभावनाओं से भी इनकार किया है।

इस मामले में कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने बताया कि गुरुवार रात (14 फरवरी) करीब 10 बजे महिला ने येदियुरप्पा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पूर्व सीएम पर आरोप लगना संवेदनशील मामला है। पीड़िता को सुरक्षा की जरूरत होने पर सरकार उचित कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि पूरी सच्चाई सामने आने तक सरकार इस संबंध में कोई भी बयान नहीं दे सकती।

तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके येदियुरप्पा पहली बार 2008 में सीएम का पदभार संभाला। पहला कार्यकाल 2011 में खत्म हुआ। मई, 2018 में भी येदियुरप्पा कुछ महीनों के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद पर रहे। इसके बाद 2019 से 2021 तक वे एक बार फिर मुख्यमंत्री रहे।

यह कोई पहला मामला नहीं है 

येदियुरप्पा भाजपा से जुड़े पहले राजनेता नहीं हैं, जिनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। कर्नाटक के ही एक अन्य नेता और पूर्व मंत्री एच हलप्पा के खिलाफ दोस्त की पत्नी की तरफ से दायर बलात्कार की शिकायत के आधार पर मई 2010 में गिरफ्तार किया गया था। नवंबर, 2013 में भाजपा नेता डीएन जीवराज पर कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले में 23 साल की महिला के अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा अक्तूबर 2016 में चित्रदुर्ग जिले में 38 साल की महिला ने भाजपा नेता वेंकटेश मौर्य पर बलात्कार के आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया।

हाल ही में उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ भी महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने आरोप लगाए थे। मामला तूल पकड़ने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। यह मामला भी लंबे समय तक विवादों में रहा। उत्तर प्रदेश के ही उन्नाव में भाजपा विधायक पर दुष्कर्म के आरोप लगे। भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ दर्ज मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2019 में उन्हें उम्रकैद और 25 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। बाद में सेंगर को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया।

भाजपा के अलावा कांग्रेस नेताओं पर भी यौन उत्पीड़न जैसे जघन्य अपराध के मामले में आरोप लग चुके हैं। छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस नेता ने जयंत साहू पर पार्टी में ऊंचा पद दिलाने का झांसा देकर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। अप्रैल, 2023 में सामने आए इस मामले में महिला का आरोप है कि उसे शारीरिक संबंध बनाने पर मजबूर किया गया। यह मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला बेमेतरा की निवासी है।

नवंबर, 2021 में केरल की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- सीपीआईएम के 12 नेताओं पर यौन शोषण करने का आरोप लगा था। इस मामले में दो नेताओं पर यौन उत्पीड़न करने जबकि 10 नेताओं पर यौन शोषण का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोप लगे। पथानमथिट्टा जिले के इस मामले में जूस में बेहोशी की दवा मिलाकर पिलाने के बाद शोषण करने और वीडियो क्लिप के जरिए ब्लैकमेल करने का आरोप लगा।

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