नयी दिल्ली (भाषा)। पश्चिमी दिल्ली के बाबा हरिदास नगर में खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बताकर एक व्यक्ति से कथित तौर पर 3.20 करोड़ रुपये लूट के मामले में पुलिस ने चौथी गिरफ्तारी की है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि घटना शुक्रवार रात की है। आरोपियों ने शिकायतकर्ता का अपहरण कर लिया और फिर उसके घर में घुस गए तथा बंदूक के दम पर 3.20 करोड़ रुपये लूट लिए थे। इस घटना के सिलसिले में तीन आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया गया था तथा उसके पास से 1.27 करोड़ रुपये बरामद किए थे। उन्होंने बताया कि चौथे आरोपी की पहचान हिस्ट्रीशीटर विजय ग्रोवर (41) के रूप में हुई है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एक बयान में कहा, “हमने उसके पास से 19.5 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं और बाकी रकम बरामद करने का प्रयास कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हमें शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) पर फोन आया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि शुक्रवार रात करीब आठ बजे जब वह अपने घर के पास सड़क पर खड़ा था तभी एक सफेद कार वहां आई और उसके पास रूक गई। कार से तीन लोग बाहर आए और उसे कार में बैठने के लिए कहा। उन्होंने अपनी पहचान ईडी विभाग के कर्मचारियों के रूप में बताई।”
अधिकारी ने बताया कि एक अन्य कार उनका पीछा कर रही थी। आरोपियों ने बंदूक दिखाकर उससे कहा कि संपत्ति बेचकर उसे जो रकम हासिल हुई है उस राशि को वह उन्हें दे क्योंकि सारा पैसा हवाला का है।
अधिकारी कहा, “आरोपी, शिकायतकर्ता रवि को उसके घर ले गए और 3.20 करोड़ रुपये लूट लिए। उन्होंने रवि और उसकी मां का मोबाइल भी छीन लिया और फिर रवि को अपने साथ लेकर मौके से भाग गए और उसे एक पेट्रोल पंप के पास छोड़ दिया।”
अदालत ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में नेता को पुलिस हिरासत में भेजा
जलपाईगुड़ी। पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिले की अदालत ने एक दंपति को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की युवा शाखा के एक नेता को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
राज्य में सत्तारूढ़ दल टीएमसी की युवा शाखा के जलपाईगुड़ी जिला अध्यक्ष सैकत चटर्जी ने छह माह पुराने इस मामले में यहां अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सोमवार को यह आदेश जारी किया।
कलकत्ता उच्च न्यायालय की जलपाईगुड़ी सर्किट पीठ द्वारा जमानत याचिका खारिज किये जाने के बाद चटर्जी ने सत्र अदालत में आत्मसमर्पण किया था।
दंपति–अपर्णा भट्टाचार्य और उनके पति सुबोध भट्टाचार्य–ने अप्रैल में आत्महत्या कर ली थी, लेकिन दोनों के ‘सुसाइड नोट’ में कहा गया था कि चटर्जी और जलपाईगुड़ी नगरपालिका के दो पार्षद सहित उनके तीन सहयोगी उनकी (दंपति की) मौत के लिए जिम्मेदार हैं। सुसाइड नोट में यह भी आरोप लगाया गया था कि टीएमसी की युवा शाखा के नेता और उनके सहयोगियों ने अपर्णा पर लोगों को नौकरी दिलाने का वादा कर बड़ी मात्रा में धन संचित करने का गलत आरोप लगाया और उसे एक सादे ‘स्टाम्प पेपर’ पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया।
पुलिस मामले में चटर्जी के तीनों सहयोगियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन वह (चटर्जी) गिरफ्तारी से बच रहे थे। सोमवार को अदालत से पुलिस वाहन में सवार होते हुए चटर्जी ने दावा किया कि वह बेकसूर हैं और भाजपा ने उनके खिलाफ साजिश रची है।
कोटा में काले हिरण का शिकार करने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार
कोटा (राजस्थान)। कोटा के वनक्षेत्र में एक कार में मृत मादा काला हिरन पाए जाने के बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। स्थानीय थाना प्रभारी जगदीश राय ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर रविवार देर रात देवली-मांजी थाना क्षेत्र के चोमा कोट गांव के पास, इस लुप्तप्राय प्रजाति के शिकारियों के खिलाफ चलाए गए एक अभियान के दौरान कार में मृत मादा हिरन पाया गया।
राय ने बताया कि पुलिस ने जंगल में एक थार जीप में चार लोगों को देखा और उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह लोग वाहन से उतरकर भागने लगे। अधिकारी ने बताया कि पुलिस दल ने कोटा शहर के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले अब्दुल कलाम (72) और वसीम अंसारी (39) को पकड़ लिया, लेकिन दो लोग फरार हो गए।
उन्होंने बताया कि वाहन जब्त कर लिया गया है और उसमें से 10 महीने के मृत काले हिरण के अलावा 12 बैरल की बंदूक और कारतूस भी मिले। राय ने बताया कि फरार हुए लोगों की पहचान सिकंदर और शाहिद के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि इन चारों लोगों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
खुद को ईडी अधिकारी बताकर 3.20 करोड़ रुपये की लूट मामले में चौथा आरोपी गिरफ्तार