उसने कहा कि अच्छा इसी वजह से कृष्ण एक गरेड़ी समाज में अवतरित हुए जो गाय-भैंस चराते हाेंगे। मेरे पास उसकी इस बात पर हंसने की कोई वजह नहीं थी। मैंने उसे समझाया कि केवल कृष्ण ही नहीं, यह देखो कि ईसाा का जन्म भी एक गरेड़ी परिवार के यहां हुआ। बुद्ध के पहले मक्खलि गोसाल का उदाहरण भी देखो जो हमारे कीकट प्रदेश के बड़े आजीवक और दर्शनशास्त्र के महानतम अध्येता रहे।

परिसीमन आयोग ने दो सीटें कश्मीरी विस्थापितों के प्रतिनिधियों के मनोनयन के लिए आरक्षित करने की अनुशंसा की है। जिस शब्द का इस्तेमाल किया गया है, वह काबिल-ए-गौर है– कश्मीरी विस्थापित। आयोग ने अपनी रपट में कश्मीरी पंडित शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। मतलब यह कि कश्मीरी पंडित महज सियासी शब्द हैं। वैसे मकसद यही है कि हिंदू धर्मावलंबियों की संख्या हर हाल में अधिक से अधिक हो।
नवल किशोर कुमार फ़ॉरवर्ड प्रेस में संपादक हैं।

[…] कश्मीरी ‘पंडित’ बनेंगे कश्मीरी ‘विस्… […]
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