नयी दिल्ली (भाषा)। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना के मुख्य आरोपी ललित झा ने बृहस्पतिवार शाम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि झा एक व्यक्ति के साथ राष्ट्रीय राजधानी के कर्तव्य पथ पुलिस थाने पहुंचा, जहां उसे विशेष प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया।
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘ललित झा कर्तव्य पथ थाने आया जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे विशेष प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया जो घटना की जांच कर रही है।’ पुलिस के अनुसार, संसद की सुरक्षा में सेंध लगाना योजनाबद्ध तरीके से किया गया कृत्य था और इसमें से सभी अब छः लोग पुलिस हिरासत में हैं। इस घटना का मास्टर माइन्ड ललित झा ने संसद के बाहर हो रही नारेबाजी का वीडियो बनाकर इंटरनेट पर इंटरनेट पर अपलोड किया था।
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सदन में शून्यकाल के दौरान दोपहर करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो व्यक्ति सदन में कूदे और इनमें से एक व्यक्ति एक मेज से अगली मेज पर तेजी से कूदते हुए आगे की ओर भाग रहा था। इन लोगों ने केन से सदन में धुआं फैला दिया सुरक्षाकर्मियों और कुछ सांसदों ने इन्हें घेर लिया। बाद में दोनों को पकड़ लिया गया।
इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली की एक अदालत ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में गिरफ्तार ललित झा को शुक्रवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
लोक अभियोजक ने कहा कि झा इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता है और पूरी साजिश का पता लगाने के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है। इसके बाद विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर ने झा को दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेज दिया।
अदालत ने शहर पुलिस द्वारा दाखिल उस अर्जी पर यह आदेश पारित किया, जिसमें झा को 15 दिन के लिए हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया गया था।
सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है। ये चारों आरोपी संसद पहुंचने से पहले अपने सहयोगी विशाल के घर पर ठहरे थे। पुलिस ने विशाल को भी गुरुगाम से हिरासत में लिया था। इस बीच, ललित झा के कोलकाता के पड़ोसियों ने उसे शांत स्वभाव का व्यक्ति बताया और कहा कि वे संबंधित खबरें देखकर हैरान हैं।