मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी को मिली एकमात्र सीट खजुराहो पर पार्टी प्रत्याशी मीरा यादव का पर्चा नाम मात्र की गलतियों के कारण खारिज कर दिया गया और अब सीट पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को निर्विरोध चुनाव जितवाने की कोशिश की जाने लगी है।
इस राह में अड़चन अन्य तेरह उम्मीदवार हैं जिनमें निर्दलीय और अन्य गैर मान्यता प्राप्त दलों के उम्मीदवारों को तो किसी न किसी तरह से नाम वापस कराने के लिए मना ही लिया जाएगा लेकिन मुख्य बाधा फॉरवर्ड ब्लॉक के आर बी प्रजापति (पूर्व आईएएस), बहुजन समाज पार्टी के कमलेश पटेल और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पंकज मौर्य हैं।
माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन अब फॉरवर्ड ब्लॉक के आरबी प्रजापति को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित करेगा। प्रजापति से कई नेता लगातार फोन करके नाम वापस लेने या दबाव डाल रहे हैं और इसके लिए साम दाम दंड भेद के तरीके अपना रहे हैं ।
आर बी प्रजापति ने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की है जिसमें उन्होंने उनसे संपर्क करने वाले भाजपा नेताओं को नाम, मोबाइल नंबर और कॉल करने के समय का ब्यौरा तक दिया है ।
संभावना है कि नाम वापसी की तारीख 8 अप्रैल तक, बड़ी संख्या में अन्य उम्मीदवार अपने नाम वापस लेंगे। सत्ता के सामने अगर कोई टिक पाया तो वही बचा रहेगा वरना वी डी शर्मा निर्विरोध सांसद चुने जाएंगे।
पूर्व आईएएस आर. बी. प्रजापति ने चुनाव आयुक्त को लिखे शिकायत पत्र में लिखा, ‘कृपया उचित जांच के लिए निर्देशित करें और जांच के बाद कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करें। ऐसी परिस्थिति में चुनाव के दौरान या चुनाव के बाद मेरे जीवन में कोई अप्रिय घटना घट सकती है और ऐसे तत्व मेरे साथ कोई खेल खेल सकते हैं। जैसा कि इन व्यक्तियों की बातचीत से निष्कर्ष निकला है, अन्य उम्मीदवारों पर भी अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का दबाव डाला जा सकता है। सम्मान।’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने मीरा यादव के नामांकन रद्द होने को लोकतंत्र की हत्या और भाजपा का भ्रष्टाचार बताया।