बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की आज रात रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में 63 वर्ष की उम्र में मौत हो गई। गुरुवार शाम फिर से सीने में दर्द और उलटी होने की शिकायत पर उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। बांदा मेडिकल कॉलेज से जारी बुलेटिन ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी गई है।
बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की तबीयत बृहस्पतिवार देर शाम फिर बिगड़ने से उन्हें जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के बीच रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया था, जहां 9 डाक्टरों की टीम ने तुरंत उनका इलाज शुरू कर दिया था लेकिन उसके बाद दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई।
इससे पहले मंगलवार की सुबह भी मुख्तार अंसारी को राजकीय रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में तबीयत खराब होने पर भर्ती करवाया गया था लेकिन देर शाम अस्पताल से छुटटी दे दी गयी थी। जिसके बाद मुख्तार अंसारी को मंगलवार देर शाम फिर जेल भेज दिया गया था।
मेडिकल बुलेटिन में मुख्तार की मौत की पुष्टि के बाद पूर्वाञ्चल के गाजीपुर, मऊ, वाराणसी और बांदा जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। अस्पताल में प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी है।
समाजवादी पार्टी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का इंतकाल, दुःखद। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो। विनम्र श्रद्धांजलि!’
पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का इंतकाल, दुःखद।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।
शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो।
विनम्र श्रद्धांजलि !
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 28, 2024
मुख्तार अंसारी मऊ निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके थे। पहली बार वर्ष 1996 में बहुजन समाज पार्टी से विधायक चुने गए। वर्ष 2002 और वर्ष 2007 में निर्दलीय चुनाव लड़कर विधानसभा में पहुंचे थे। वर्ष 2012 में कौमी एकता दल नाम से अपनी पार्टी बनाई, जिसे वर्ष 2017 में बहुजन समाज पार्टी में विलय कर दिया था।