कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसानों के विरोध-प्रदर्शन को लेकर गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की और दावा किया कि पार्टी केंद्र में ‘रावण की सरकार’ चला रही है, जो सभी लक्ष्मण रेखाएं लांघ चुकी है।
बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि उन्होंने किसानों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए पंजाब की अपनी निर्धारित यात्रा को स्थगित करने का फैसला किया था।
उन्होंने कहा, ‘किसान विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और देश जल रहा है, लेकिन भाजपा को कोई चिंता नहीं है। यह रावण की सरकार है, जो सभी लक्ष्मण रेखाएं लांघ चुकी है। जिस दिन किसान दिल्ली पहुंचेंगे तो भाजपा नेताओं को वास्तविकता समझ आ जाएगी।’
बनर्जी ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात की और पंजाब, हरियाणा एवं दिल्ली में किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के पक्ष में पंजाब यात्रा को स्थगित करने का फैसला किया है।
पंजाब के सैकड़ों किसान पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं तथा केंद्र पर अपनी मांगों को मनवाने के लिए दबाव बनाने के वास्ते दिल्ली की ओर कूच करना चाहते हैं।
किसानों की मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून, कर्ज माफी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना शामिल हैं। हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सीमा पर अवरोधक लगाए हैं।
बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने मर्यादा की सभी हदें पार कर दी हैं और अब समय आ गया है कि देश को ‘जनता की सरकार’ मिले।
उन्होंने ‘जनता की सरकार’ की आवश्यकता पर जोर देते हुए ‘रावणेर सरकार, आर नेई दरकार (हमें रावण की सरकार की जरूरत नहीं है)’ का नारा दिया।
उन्होंने कहा, ‘जमीन पर काम करने वालों को डरना नहीं चाहिए। हर किसी को जेल में डालना आसान नहीं है। भाजपा कुछ विशेष सीटों पर लोगों को चिह्नित कर रही है और उन्हें निशाना बना रही है, जहां वे अपने दम पर सीटें नहीं जीत सकते। वे कुछ जगहों पर बीएसएफ और अन्य जगहों पर एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।’
उनकी टिप्पणी भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं और मंत्रियों की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में आई है।