पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में एनआईए के अधिकारियों ने ग्रामीणों पर हमला किया है।
हालांकि दोपहर में एनआईए के अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला बोल दिया था। इस मामले में एनआईए टीम ने भूपतिनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
एनआईए ने 2022 विस्फोट मामले में दो प्रमुख साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ग्रामीणों की प्रतिक्रिया को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताकर उनका बचाव किया है। उन्होंने दावा किया कि जांच एजेंसी का दल ‘2022 में पटाखे फोड़ने’ की एक घटना की जांच के सिलसिले में तड़के ग्रामीणों के घरों में घुस गया था।
ममता बनर्जी ने दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट में एक चुनावी रैली के दौरान कहा, ‘हमला भूपतिनगर की महिलाओं ने नहीं किया था, बल्कि एनआईए के अधिकारियों ने हमला किया था। अगर महिलाओं पर हमला होगा तो क्या महिलाएं शांत बैठी रहेंगी? वे स्वयं को बचाने का प्रयास नहीं करेंगी?’
ममता बनर्जी ने एनआईए की कार्रवाई के पीछे राजनीतिक मकसद होने का आरोप लगाया। उन्होंने इसे तृणमूल कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने की कोशिश बताया।
बनर्जी ने कहा, ‘एनआईए, सीबीआई भाजपा के भाई हैं, ईडी और आईटी विभाग भाजपा को निधि मुहैया कराने वाले बक्से हैं। अगर भाजपा में ताकत है, तो चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से लड़कर जीते। मेरे बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और चुनाव एजेंट को गिरफ्तार न करें।’
एनआईए अधिकारीयों पर भीड़ द्वारा हमला किये जाने की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘एनआईए अधिकारियों पर हमला महज एक संयोग नहीं, बल्कि एक सुविचारित प्रयोग है। यह एनआईए अधिकारियों पर राज्य सरकार प्रायोजित हमला है। यह हमला सत्तारूढ़ टीएमसी द्वारा कराया गया।’