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ग्राउंड रिपोर्ट

मंडलवादी राजनीति शक्तियां एकजुट रहतीं तो देश को आज यह फासीवादी दौर नहीं देखना पड़ता – अली अनवर

भारत का इतिहास मंडल के पहले और बाद जिस तरह की बहुजन चेतना से जाग्रत हुआ है वह अभूतपूर्व है। अगर मंडलवादी राजनीति शक्तियां एकजुट रहतीं तो देश को आज यह फासीवादी दौर नहीं देखना पड़ता। आरक्षण को बचाने के लिए न्यायपालिका एवं सदन की लड़ाई के साथ-साथ सड़क पर भी मोर्चा बनाना पड़ेगा। देश के किसानों ने हमें आंदोलन का जो रास्ता दिखाया है, उसी मार्ग पर आगे बढ़कर बिहार के पिछड़ों के विस्तारित आरक्षण को बचाया जा सकता है। पटना में हुये कार्यक्रम की एक रिपोर्ट।

जातिवार जनगणना, सुप्रीम कोर्ट तथा हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति में आरक्षण एवं बिहार में विस्तारित आरक्षण को संविधान की नवीं अनुसूची में शामिल करने की माँग को लेकर सेवा- इंडिया के तत्वावधान में जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान, पटना में  बी.पी. मण्डल की जयंती के अवसर पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार को संबोधित करते हुए प्रो. शिवजतन ठाकुर ने कहा कि देश में आरक्षण की सबसे बड़ी दुश्मन भाजपा है और भाजपा की सहयोगी पार्टियाँ भी आरक्षण का दुश्मन बन गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि आरक्षण की लड़ाई आप तब तक नहीं जीत पाएंगे जब तक शिक्षित नहीं हो सकेंगे।

राज्यसभा के पूर्व सदस्य अली अनवर अंसारी ने कहा कि भारत का इतिहास मंडल के पहले और बाद जिस तरह की बहुजन चेतना से जाग्रत हुआ है वह अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि अगर मंडलवादी राजनीति शक्तियां एकजुट रहतीं तो देश को आज यह फासीवादी दौर नहीं देखना पड़ता। कांग्रेस लीडर चंदन यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय और आरक्षण को मनुवादी ताकतें न कल पसंद करती थीं न उन्हें आज पसंद है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में सामाजिक न्याय आंदोलन और जाति गणना की लड़ाई मुखर ढंग से लड़ी जा रही है। लोकसभा के सदस्य सुदामा प्रसाद ने कहा कि आरक्षण को बचाने के लिए न्यायपालिका एवं सदन की लड़ाई के साथ-साथ सड़क पर भी मोर्चा बनाना पड़ेगा। देश के किसानों ने हमें आंदोलन का जो रास्ता दिखाया है, उसी मार्ग पर आगे बढ़कर बिहार के पिछड़ों का विस्तारित आरक्षण को बचाया जा सकता है।

शशि प्रभा ने अपने वक्तव्य में श्रोताओं से अपील किया कि आप मानसिक गुलामी से मुक्त होकर अंधविश्वास और पाखण्ड का त्याग कीजिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव ने कहा कि अब सामाजिक भेदभाव व अन्याय को मिटाने का समय आ गया है। सेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, सेवा के राष्ट्रीय संगठन प्रमुख डॉ वी सी यादव, सेवा उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ पी एन सिंह, सेवा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष संजय कुसुम पटेल, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अरविंद गुप्ता, सेवा बिहार के प्रांतीय कोषाध्यक्ष अनुज कुशवाहा, सेवा बिहार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं बिहार भर के ढेर सारे बहुजन बुद्धिजीवियों ने संबोधित किया। इस मौके पर सेवा इंडिया द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘नेपथ्य के नायक खंड-2’ एवं ‘सामाजिक न्याय का घोषणा पत्र’ का लोकार्पण किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बी.पी. मंडल की फोटो पर माल्यार्पण कर तथा भारत के संविधान की प्रस्तावना का पाठ करके किया गया। प्रस्तावना का पठन संगठन सचिव कमलेश कुमार ने किया। इस मौके पर डॉ. दिनेश पाल ने बी.पी.मंडल के संघर्षपूर्ण जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की उनकी अनुशंसाओं ने पिछड़ा वर्ग समाज को एक नया आयाम मिला। नेपथ्य के नायक खंड-2 पुस्तक की चर्चा करते अरुण नारायण ने कहा कि यह साजिशन नेपथ्य में रखे गये नायकों को सामने रखने का उपक्रम है और यह लगातार जारी रहेगा। रामनरेश यादव ने सामाजिक न्याय का घोषणापत्र नामक पुस्तिका के प्रकाशन के उद्देश्यों पर बात करते हुए कहा कि पुस्तिका ओबीसी के सामाजिक न्याय की लड़ाई को धार देने में मददगार साबित होगी। ओबीसी की एकजुटता जरूरी है। हमारी एकजुटता ही बिहार में बढ़े हुए पिछड़े वर्गों का आरक्षण की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

कार्यक्रम का संचालन सेवा के राष्ट्रीय महासचिव राकेश यादव ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए सेवा संगठन की उपादेयता पर‌ बात की। अनुज कुशवाहा ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर उपर्युक्त वक्ताओं के अलावा रविकांत निराला, विद्यार्थी विकास, अरविंद गुप्ता, डॉ. बिनोद पाल, संतलाल कुशवाहा, अरुण कुशवाहा, अब्दुल मनान, नीता यादव, धर्मवीर चौधरी, अनुराग यादव, अशोक यादव, राजनारायण आदि ने भी सभा को संबोधित किया।

धन्यवाद ज्ञापन ई प्रवीण यादव ने किया। (प्रेस विज्ञप्ति)

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