Sunday, September 8, 2024
Sunday, September 8, 2024




Basic Horizontal Scrolling



पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

होमTagsAyodhya

TAG

ayodhya

अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के बहाने भाजपा ने फूंका चुनावी बिगुल

लोकसभा 2024 के आम चुनावों के तारीख का ऐलान होने वाला ही है और उधर अयोध्या से भारतीय जनता पार्टी ने राम मंदिर में...

करत रंग में भंग

देखी, देखी, इन मंदिर विरोधियों की शरारत देखी। आखिर, आखिर तक मंदिर के रास्ते में अड़चन डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। जब...

बुद्ध की हड़पी गई विरासत पर प्रगतिशील इतिहासकारों की चुप्पी ने देश को हिन्दू फ़ासीवाद का तोहफा दिया

बीसवीं सदी के नौवें दशक में भारत में दो ऐसे आंदोलन हुए जिन्होंने देश की राजनीति की दशा हमेशा के लिये बदल दी।  वे थे...

मुंबई : 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करना ‘राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सत्ता का दुरुपयोग’ वाली याचिका खारिज हुई

मुंबई। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर सरकार की तरफ से की गई सार्वजनिक अवकाश को रद्द करने...

राममंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को भुनाने में लगी भाजपा को आम लोगों की कठिनाइयों से कोई सरोकार नहीं

वाराणसी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनने वाले राममंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को बीजेपी अपने राजनैतिक एजेंडे के तहत भुनाने का प्रयास कर रही...

लोकतन्त्र की आत्मा को बचाए रखने के लिए आंदोलन और यात्राएं जरूरी हैं

आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है। इसके लिए जिस स्तर पर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं और इसमें...

गांधी का रामराज्य और बीजेपी-आरएसएस का श्रीरामराज्य

1980 के दशक में देश के इतिहास ने एक नया मोड़ लिया था। पहली बार, राममंदिर जैसा भावनात्मक मुद्दा आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे...

अयोध्या में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ प्रधानमंत्री और आरएसएस का निजी कार्यक्रम : राहुल गांधी

 कोहिमा (भाषा)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में 22 जनवरी के 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम को 'राजनीतिक...

मोदी की कृपा से रामलला भी बेघर से घरवान होने वाले हैं

आखिर, मोदी जी ने गलत क्या कहा है। फिर विरोधी बेबात का वितंडा क्यों खड़ा कर रहे हैं। क्या अयोध्या में रामलला के लिए...

गुलामी के प्रतीकों की मुक्ति का आन्दोलन !

आज यदि कोई गौर से देखे तो पता चलेगा कि न्यायिक सेवा, शासन-प्रशासन,उद्योग-व्यापार, फिल्म-मीडिया,धर्म और ज्ञान क्षेत्र में भारत के सवर्णों जैसा दबदबा आज की तारीख में दुनिया में कहीं नहीं है। आज की तारीख में दुनिया के किसी भी देश में परम्परागत विशेषाधिकारयुक्त व सुविधाभोगी वर्ग का ऐसा दबदबा नहीं है।

ज्ञानवापी मस्जिद – क्यों उखाड़े जा रहे हैं गड़े मुर्दे?

मीडिया में इन दिनों (मई 2022) ज्ञानवापी मस्जिद चर्चा में है। राखी सिंह और अन्यों ने एक अदालत में प्रकरण दायर कर मांग की...

ममता बनर्जी के बयानों पर हंगामा क्यों? (डायरी, 3 दिसंबर 2021) 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह उनका कांग्रेस के खिलाफ बयान देना है। अनेक राजनीतिक...

सलमान खुर्शीद का घर जलाना सांप्रदायिक असहिष्णुता

पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से एक हैं और सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील भी हैं। उन्होंने हाल ही...

सोहराई पोरोब और हम आदिवासी (डायरी 5 नवंबर, 2021) 

धर्म और मनुष्य के बीच का संबंध जड़ नहीं होता। धर्म भी बदलता है और मनुष्य भी बदलते हैं। इसे ऐसे भी कहा जा...

ताज़ा ख़बरें