Facebook
Instagram
Twitter
Youtube
होम
ग्राउंड रिपोर्ट
पूर्वांचल
मेरा गाँव
संस्कृति
लोकल हीरो
ग्रामकथा
विविध
सामाजिक न्याय
शिक्षा
अर्थव्यवस्था
स्वास्थ्य
विचार
राष्ट्रीय
राजनीति
सिनेमा
वीडियो
आर्काइव
2016
Oct-Nov
2017
Jan-Feb
March-April
May-June
Sept-Oct
Nov-Dec
2018
July- Aug
Sept- Oct
Nov- Dec
2019
Jan-Feb
Search
Monday, June 9, 2025
Twitter
Facebook
Instagram
Youtube
About Us
हमारे साथ काम करें
Donate Now
Facebook
Twitter
Instagram
Youtube
Monday, June 9, 2025
About Us
हमारे साथ काम करें
Donate Now
Basic Horizontal Scrolling
पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़
होम
ग्राउंड रिपोर्ट
पूर्वांचल
मेरा गाँव
संस्कृति
लोकल हीरो
ग्रामकथा
विविध
सामाजिक न्याय
शिक्षा
अर्थव्यवस्था
स्वास्थ्य
विचार
राष्ट्रीय
राजनीति
सिनेमा
वीडियो
आर्काइव
2016
Oct-Nov
2017
Jan-Feb
March-April
May-June
Sept-Oct
Nov-Dec
2018
July- Aug
Sept- Oct
Nov- Dec
2019
Jan-Feb
Search
होम
Tags
Kanwal bharti
TAG
kanwal bharti
विचार
विमल, कंवल और उर्मिलेश (पांचवां और अंतिम भाग) डायरी (21 अगस्त, 2021)
गाँव के लोग
-
August 21, 2021
किसी भी संज्ञा के आकलन के लिए कुछ पारामीटर आवश्यक हैं और आकलन जरूरी होते हैं क्योंकि आकलन नहीं करने का मतलब यह होता...
विचार
पत्रकारिता, संसद, न्यायपालिका और बेपरवाह हुक्मरान (डायरी, 16 अगस्त, 2021)
गाँव के लोग
-
August 16, 2021
प्रधानमंत्री के पद पर बैठा व्यक्ति बेहद महत्वपूर्ण होता है। उसे अपना अपना महत्व बनाए रखना चाहिए। इसके लिए उसका उदार होना, सौम्य होना...
विचार
विमल, कंवल और उर्मिलेश (तीसरा भाग) डायरी (12 अगस्त, 2021)
गाँव के लोग
-
August 12, 2021
संस्कृतियां आसमानी नहीं होतीं। संस्कृतियों का निर्माण किया जाता है। और फिर ऐसा भी नहीं कि संस्कृति का निर्माण कोई एक दिन में हो...
विचार
विमल, कंवल और उर्मिलेश डायरी (11 अगस्त, 2021) (दूसरा भाग)
गाँव के लोग
-
August 11, 2021
कल का दिन एक खास वजह से महत्वपूर्ण रहा। लोकसभा में केंद्र सरकार द्वारा लाया गया अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित 127वां संविधान...
विचार
विमल, कंवल और उर्मिलेश (पहला भाग) डायरी (10 अगस्त, 2021)
गाँव के लोग
-
August 10, 2021
साहित्य और समाज के बीच अंतर्संबंध रहा है। दोनों को हवा-पानी-मिट्टी सब प्रभावित करते हैं। वैसे भी जिस समाज और जिस साहित्य पर हवा-पानी-मिट्टी...
विचार
‘शाश्वत सत्य’ और राज्य डायरी (9 अगस्त, 2021)
गाँव के लोग
-
August 9, 2021
भारतीय सामाजिक व्यवस्था का केंद्रीय चरित्र पूंजीवादी है और यह कोई नयी बात नहीं है। चार वर्णों की व्यवस्था इसलिए ही बनायी गयी है।...
संस्कृति
कविता में मोचीराम की प्रशंसा कवि धूमिल की ब्राह्मणवादी चाल है?
गाँव के लोग
-
August 4, 2021
पहला भाग पेट की भूख इस बात की परवाह नहीं करती कि कौन छोटा है और कौन बड़ा है। जहाँ से भी व्यक्ति का पेट...
विचार
प्रेमचंद की तरह ओमप्रकाश वाल्मीकि भी अंत में चमार-विरोधी हो गए थे
कँवल भारती
-
June 30, 2021
ओमप्रकाश वाल्मीकि की ‘शवयात्रा’ कहानी की आलोचना ‘शवयात्रा’ ओमप्रकाश वाल्मीकि की विवादास्पद कहानी है। अधिकांश दलित आलोचक इस कहानी को प्रेमचन्द की ‘कफन’ कहानी की...
ताज़ा ख़बरें
बोधगया : महाबोधि मंदिर को ब्रह्मणवाद के कब्जे से मुक्ति जरूरी क्यों है?
June 8, 2025
क्या बिहार की राजनीति में नए अरविंद केजरीवाल होनेवाले हैं प्रशांत किशोर
June 5, 2025
बिहार चुनाव में मोदी-नीतीश की चुनावी रणनीति क्या होगी?
June 1, 2025
छतीसगढ़ शिक्षा विभाग : सरकार की गति कुछ और भविष्य की दिशा कोई और
June 1, 2025
वाराणसी : बच्चों एवं अभिभावकों के समर कैम्प का समापन
May 30, 2025
Bollywood Lifestyle and Entertainment