एक तरफ भाजपा 400 पार का नारा दे रही है वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में पार्टी पहले चरण की आधे से अधिक सीटों पर फंसती नजर आ रही है। हाल की घटनाएं बताती हैं कि भाजपा के लिए राजस्थान में सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है।
राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परियोजना की शुरूआत राज्य के लोगों को रोजगार देने के लिए की गई है, लेकिन यह तभी अपने मकसद को प्राप्त करेगी, जब इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार दूर होगा।
राजस्थान में आज भी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के बच्चे शिक्षा स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से दूर हैं। राज्य में शिक्षा का अधिकार कानून उनके नजरिए से हाथी का दांत साबित होता प्रतीत हो रहा है ।
राजस्थान के कालू गाँव के लोग रोजगार न मिलाने से परेशान तो हैं ही रोजगार की तलाश में वे गाँव से पलायन भी कर रहे हैं । ग्रामीणों को रोज़गार के लिए पलायन करने पर मजबूर होना पड़े तो सरकार को अपनी बनाई नीतियों की फिर से समीक्षा करने की ज़रूरत है।
कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा ने भाजपा से किरोड़ी मीणा को मुख्यमंत्री बनाने का किया आग्रह
जयपुर(भाषा)। राजस्थान में मुख्यमंत्री के चयन पर संशय बने रहने...
डीडवाना,राजस्थान(भाषा)। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सबसे करीबी लोगों में शुमार रहे पूर्व मंत्री यूनुस खान ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी...