जयपुर (भाषा)। राजस्थान के अलवर जिले में एक युवती के साथ एक साल से अधिक समय तक बलात्कार करने के आरोप में तीन पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अलवर के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि युवती(18) ने शनिवार शाम को उन तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि पीड़िता ने यह भी दावा किया कि आरोपी ने मामले की शिकायत करने पर उसके भाई को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी थी। शर्मा ने बताया कि पुलिसकर्मियों को उनके तैनाती स्थलों से हटा कर पुलिस लाइन भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ रैणी पुलिस थाने में सामूहिक दुष्कर्म और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों में से एक रैणी थाने में, एक राजगढ़ वृत्ताधिकारी कार्यालय (सीओ कार्यालय) में और दूसरा मालाखेड़ा थाने में तैनात था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि उसके साथ एक साल से अधिक समय तक बलात्कार किया गया। पीड़िता अपनी मां के साथ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय आई थी।
आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज करने पर शर्मा ने कहा कि जब पिछले साल नवंबर में उसके साथ बलात्कार किया गया था तब वह नाबालिग थी। उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पीड़िता को तुरंत रैणी पुलिस थाने भेजा गया और शनिवार रात को प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया ‘प्राथमिकी दर्ज होने के बाद, तीनों पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन भेज दिया गया ताकि मामले की जांच प्रभावित न हो।’ उन्होंने बताया कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बलात्कार के मामले में राजस्थान और अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर एक पर
एनसीआरबी(राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों ने राजस्थान में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में देश में बलात्कार के सबसे अधिक मामले राजस्थान में दर्ज किए गए हैं। इनकी संख्या वर्ष (2020) की तुलना में 19 प्रतिशत से अधिक बढ़ी। वहीं महिलाओं के खिलाफ अपराध में उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान दूसरे स्थान पर है, जबकि बलात्कार के दर्ज मामलों में राजस्थान पहले स्थान पर बना हुआ है। इसके अनुसार वर्ष 2021 में देशभर में दर्ज कुल 31,677 बलात्कार के मामलों में से 6337 राजस्थान में थे, जबकि 2845 बलात्कार के मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए थे। वर्ष 2020 में राजस्थान में बलात्कार के दर्ज मामले 5310 थे और 2021 में इसमें 19.34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई
एनसीआरबी की रिपोर्ट में कहा गया कि वर्ष 2021 में देशभर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,28,278 मामले दर्ज किए गए। इसमें सबसे अधिक 56,083 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है, इसके बाद राजस्थान है जहां 40,738 मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले साल महिलाओं के खिलाफ अपराध में महाराष्ट्र 39,526 मामलों के साथ तीसरे और पश्चिम बंगाल 35,884 मामलों के साथ चौथे स्थान पर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते साल में राजस्थान में दर्ज बलात्कार के कुल मामलों 6337 में से 4885 मामलों में पीड़ित वयस्क और 1452 मामलों में नाबालिग थीं। वहीं 18 पीड़ित छह साल से कम उम्र की थीं, 64 पीड़ित 6-12 साल की उम्र वर्ग, 442 पीड़ित 12-16 साल की उम्र वर्ग में और 929 पीड़ित 16-18 साल की उम्र वर्ग की थीं। बलात्कार पीड़ितों की अधिकतम संख्या (3265) 18-30 वर्ष की उम्र वर्ग में थी।