सुरक्षा बलों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कई बसों और ट्रकों को प्रदर्शनकारियों ने जला दिया। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के कई गोले दागे।
पुलिस ने मौके पर एक अस्थायी चौकी बना दी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की थी कि सरकार अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान ‘मुक्त’ की गई जमीन पर एक पुलिस स्टेशन बनाएगी। इस घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने वहां चौकी बना दी, जिसका उद्घाटन दो महिला सब-इंस्पेक्टरों ने किया, जो हिंसा में बुरी तरह से घायल हो गई थीं।
छत्रपति संभाजीनगर(भाषा) महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा की घटनाओं के बाद धाराशिव जिले में कर्फ्यू लगाया गया है। यह जानकारी स्थानीय...