Sunday, October 6, 2024
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ग्राउंड रिपोर्ट

सरकार ने गांव और जिंदगी पर हमला किया है

सरकार ने गांव पर हमला किया है। जिंदगी पर हमला किया है। जनता में धर्म के नाम पर अंधविश्वास फैलाकर हमारी जीवन पर हमला किया जा रहा है। किसान आंदोलन में आंदोलनकारियों को आतंकवादी तक कहा गया। आज रेल की पटरियां नीलाम हो रहीं हैं। पटरी हमारी रेल मुनाफाखोर कंपनियों का हो रहा है। ठीक यही हाल एयरपोर्ट का भी हो रहा है।

मंदुरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारिकरण के दायरे में आने वाले आठ गांवों के उजाड़े जाने के विरोध में खिरिया बाग में चल रहे आंदोलन का कल सैंतीसवाँ दिन था। कल अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह खिरिया बाग में किसानों के समर्थन पहुंचे। इसके अतिरिक्त वाराणसी से वल्लभाचार्य पाण्डेय, गांव के लोग से रामजी यादव, अपर्णा, मनीष शर्मा, जय किसान आंदोलन के रामजनम भी आए।

आगरा से चलकर आए अखिल भारतीय किसान सभा, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह ने कहा कि ‘यह सरकार भूमि अधिग्रहण न कर दलालों के माध्यम से करार करवाकर जमीन हड़पती है। सरकार ने गांव पर हमला किया है। जिंदगी पर हमला किया है। जनता में धर्म के नाम पर अंधविश्वास फैलाकर हमारी जीवन पर हमला किया जा रहा है। किसान आंदोलन में आंदोलनकारियों को आतंकवादी तक कहा गया। आज रेल की पटरियां नीलाम हो रहीं हैं। पटरी हमारी रेल मुनाफाखोर कंपनियों का हो रहा है। ठीक यही हाल एयरपोर्ट का भी हो रहा है। जमीन हमारी है पर रनवे और हवाई जहाज कंपनियों के बन रहे हैं। बिजली बिल 2022 के नाम पर एक और हमला सरकार कंपनियों के साथ कर रही है।

किसान पंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता रामजनम

भारत सिंह ने आगामी 26 नवम्बर को राजभवन घेराव में खिरिया बाग की जनता को आमंत्रित करते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा आपके मुद्दे को प्रमुख रूप से रखेगा।

गांव के लोग से अपर्णा  ने कहा कि ‘महिलाओं की इस आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका है। आपकी हिम्मत को सलाम जो आप पिछले 38 दिनों से अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।’

गांव के लोग के रामजी यादव ने कहा कि ‘आपके आंदोलन ने साबित कर दिया है कि आप बिकाऊ नहीं हैं। आपकी दिन ब दिन बढ़ती ताकत ने इस आंदोलन को राष्ट्रीय बहस में ला दिया है। यह सिर्फ गांव, जिंदगी ही नहीं भविष्य बचाने की लड़ाई है।

वाराणसी से आए वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि ‘भूमि अधिग्रहण कानून साफ कहता है कि अगर आप सहमत नहीं हैं तो आपकी जमीन नहीं ली जा सकती है। यहां जो सर्वे की बात कही जा रही है वह कानून को ताक पर रखकर की जा रही है। सर्वे के नाम पर यहाँ कोई सामाजिक आकलन नहीं किया गया।’

जय किसान आंदोलन के रामजनम ने कहा कि ‘आप अपने मुद्दे पर अड़े रहेंगे तो पूरा देश आपके आंदोलन के साथ हैं। यह सिर्फ किसान-मजदूरों का ही नहीं समाज के सभी वर्गों का आंदोलन है।

आजमगढ़ में किसान पंचायत को संबोधित करते हुए वल्लभाचार्य पांडेय

मनीष शर्मा ने कहा कि ‘इस सरकार को बार-बार जनता के आंदोलन के सामने घुटने टेकने पड़े हैं। आंदोलनों के दम पर हमने मुल्क को आज़ाद कराया आज अपनी जमीनों को आज़ाद कराने का संघर्ष कर रहे हैं। यह कौन-सा विकास है जो रोजगार छीनता है किसानों से जमीन छीनता है वो हमें नहीं चाहिए। हमको अपने बल पर ये लड़ाई लड़नी है।

मोर्चा के संयोजक रामनयन यादव ने बताया कि किसान नेता राजीव यादव, विनोद सिंह, राजेन्द्र यादव, प्रवेश निषाद, किस्मती, राम कुमार यादव, दुखहरन राम आदि ने भी सभा संबोधित किया।

अपर्णा
अपर्णा
अपर्णा गाँव के लोग की संस्थापक और कार्यकारी संपादक हैं।
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