होमग्राउंड रिपोर्टMirzapur : आज़ादी के 76 साल बाद भी दूर से ढोकर लाते... ताज़ा ख़बरें आजमगढ़ : बेसिक शिक्षा विभाग के डिजिटल हाजिरी के आतंक के खिलाफ अध्यापकों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध शिक्षा गाँव के लोग - July 8, 2024 नीटपेपर लीक व्यावसायिक शिक्षा का सबसे बड़ा घोटाला है शिक्षा ज्ञानप्रकाश यादव - July 8, 2024 Varanasi : वरुणा नदी में कई नालों का पानी गिरने से अब पानी खेती के लायक नहीं रहा ग्राउंड रिपोर्ट गाँव के लोग - July 7, 2024 बेसिक शिक्षा विभाग में अध्यापकों की ऑनलाइन उपस्थिति क्यों अव्यावहारिक है? शिक्षा गाँव के लोग - July 7, 2024 Mirzapur : विद्यालय की दूरी बच्चों को पांचवीं के बाद पढ़ाई छोड़ देने के लिए मजबूर करती है ग्राउंड रिपोर्ट गाँव के लोग - July 6, 2024 सिनेमा में लड़ती हुई औरत केवल देह नहीं रही है सिनेमा डॉ. राकेश कबीर - July 6, 2024 संबंधित खबरें क्या सरकार के पास घुमंतू जनजातियों के मुकम्मल सम्मान और पहचान की कोई योजना है? राहुल गाँधी को बच्चा कह देने से विपक्ष के मुद्दे कमजोर नहीं पड़ सकते गया : कुछ गांवों में सड़क तो बनी है लेकिन वहाँ आने-जाने के साधन नहीं है नीटपेपर लीक व्यावसायिक शिक्षा का सबसे बड़ा घोटाला है देवरिया : सरकार द्वारा तीन नए आपराधिक क़ानूनों को लेकर सामाजिक मंचों ने सौंपा ज्ञापन वाराणसी के करसड़ा के मुसहर परिवारों पर मँडराता खतरा : बगल में बरसाती नाला और ऊपर हाईटेंशन तार Mirzapur : आज़ादी के 76 साल बाद भी दूर से ढोकर लाते हैं पानी Author: गाँव के लोग July 5, 2024 7:59 PM FacebookTwitterWhatsAppEmail TagsMirzapurwater crisesWater Problem Previous articleवर्ष 2014 से देश में चल रहा है अघोषित आपातकालNext articleक्या सरकार के पास घुमंतू जनजातियों के मुकम्मल सम्मान और पहचान की कोई योजना है? गाँव के लोगपत्रकारिता में जनसरोकारों और सामाजिक न्याय के विज़न के साथ काम कर रही वेबसाइट। इसकी ग्राउंड रिपोर्टिंग और कहानियाँ देश की सच्ची तस्वीर दिखाती हैं। प्रतिदिन पढ़ें देश की हलचलों के बारे में । वेबसाइट की यथासंभव मदद करें। LEAVE A REPLY Cancel reply Comment: Please enter your comment! Name:* Please enter your name here Email:* You have entered an incorrect email address! Please enter your email address here Website: Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. लोकप्रिय खबरें साम्प्रदायिक राष्ट्रवाद की ओर बढ़ती भारतीय राजनीति और बुलडोजर से तय होता न्याय मौजूदा फासिस्ट सत्ता के ध्वंस से ही बनेगा भगत सिंह और पाश के सपनों का भारत अंडिका गांव में तीसरे दिन भी किसानों और मजदूरों का धरना बकवास करने का अधिकार केवल ब्राह्मण वर्गों को है (डायरी 21 मई, 2022) पाकिस्तान की वर्तमान बदहाली से भारतवासियों को कितना खुश हो लेना चाहिए?