Saturday, July 27, 2024
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पश्चिम बंगाल के रानीगंज में कोयला खदान ढहने से तीन की मौत

आसनसोल(भाषा)।  पश्चिम बंगाल के पश्चिम वर्धमान जिले में अवैध खनन के दौरान एक कोयला खदान के ढह जाने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस को संदेह है कि यह घटना तब हुई जब […]

आसनसोल(भाषा)।  पश्चिम बंगाल के पश्चिम वर्धमान जिले में अवैध खनन के दौरान एक कोयला खदान के ढह जाने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस को संदेह है कि यह घटना तब हुई जब आसनसोल से लगभग 18 किमी दूर रानीगंज थाना क्षेत्र के एगरा ग्राम पंचायत में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की नारायणकुरी कोलियरी से अवैध रूप से कोयला निकाला जा रहा था।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतकों की पहचान दिनेश रुइदास (38), सुमीर बाउरी (17) और सुरजीत सेन (21) के रूप में की गई है, जो आसपास के इलाकों के निवासी थे। अन्य लोगों की तलाश जारी है।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “बुधवार दोपहर को लगभग 25-30 लोग अवैध रूप से खदान में घुस गए। एक घंटे बाद खदान धंस गई। कुछ लोग इससे बाहर निकलने में कामयाब रहे, जबकि अन्य लोग अंदर फंस गए।”

उन्होंने बताया कि ईसीएल ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

सीतारामपुर के खान सुरक्षा क्षेत्र-1 के महानिदेशक इरफान अहमद अंसारी के नेतृत्व में एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया।

उन्होंने कहा, “यह एक वैध खदान है लेकिन यह घटना तब हुई जब अवैध रूप से कोयला निकाला जा रहा था। तीन लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य के फंसे होने की आशंका है।”

ईसीएल के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कुछ लोग अवैध रूप से नारायणकुरी खदान में एक सुरंग में घुस गए थे, जहां स्वचालित ‘हाई वॉल माइनिंग’ होने के कारण कंपनी के खनिकों का भी प्रवेश वर्जित है।

‘‘हाई वॉल माइनिंग’’ एक सामान्य शब्द है जिसका इस्तेमाल खुली खदान की अंतिम ऊंची दीवार से कोयले के खनन के लिए किया जाता है।इस बीच, इस घटना को लेकर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया तथा विपक्षी दलों ने सरकार पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने ईसीएल और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की भूमिका पर सवाल उठाया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पॉल बुधवार रात मौके पर पहुंचीं और धरना दिया। उन्होंने ईसीएल और पुलिस दोनों की भूमिका पर सवाल उठाया और मौके पर तैनात बलों के साथ कथित तौर पर बहस की। तीनों मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को रानीगंज थाने के सामने धरना दिया।

तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने कहा, “कोयला मंत्रालय केंद्र के अधीन है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) कोयला खदानों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। इसलिए, भाजपा को जवाब देना है कि अवैध खनन कैसे हो रहा है।”

दूसरी ओर, भाजपा ने आरोप लगाया कि आसनसोल क्षेत्र में “तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण में” बड़े पैमाने पर अवैध कोयला खनन हो रहा है। भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘यह (अवैध कोयला खनन) तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और प्रशासन के एक वर्ग के संरक्षण के कारण हो रहा है।’

ट्रेन की चपेट में आने से दो युवकों की मौत

मिर्जापुर (उप्र)(भाषा)।  मिर्जापुर जिले के कटरा थानाक्षेत्र के शबरी रेल फाटक के पास एक ट्रेन की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गई। यह जानकारी पुलिस ने दी।

कटरा थाने के पुलिस निरीक्षक शिवनारायण ने बताया कि रेल फाटक बंद था लेकिन दो युवक-दीपक सोनकर (24) व मौसक यादव (25) रेल पटरी पार करने की कोशिश कर रहे थे, इसी बीच ट्रेन आ गई और दोनों उसकी चपेट में आ गए। उन्होंने बताया कि इस घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

रेलवे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

शराब पीने को लेकर विवाद के बाद पति पत्नी की ट्रेन की चपेट में आने से मौत

वाराणसी (उप्र) (भाषा)।  वाराणसी के सारनाथ थाना अंतर्गत पंचकोशी रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन की चपेट में आने से पति पत्नी की मौत हो गयी। यह जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस के अनुसार शराब पीने को लेकर हुए विवाद के बाद पति रेल पटरी पर बैठी नाराज पत्नी को मनाने गया था।

सारनाथ थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) ब्रजेश कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि सारनाथ थानाक्षेत्र के पंचकोशी रेलवे क्रॉसिंग के पास रहने वाला 30 वर्षीय गोविंद सोनकर शराब का आदी था। उन्होंने बताया कि बुधवार रात वह शराब पी रहा था और इसी बात को लेकर उसका उसकी 28 वर्षीय पत्नी खुशबू सोनकर से झगड़ा हो गया। उन्होंने बताया कि गुस्साई पत्नी रेल पटरी पर लेट गयी और गोविंद उसे बचाने के लिए गया।

सहायक पुलिस आयुक्त के अनुसार, इसी बीच दोनों की एक ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गयी।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गोविंद नशे में था और पत्नी के विरोध करने पर उसने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विवाद के बाद गुस्साई पत्नी रेल पटरी पर पहुंच गई तथा पति भी उसे मनाने के लिए वहां पहुंच गया और उसे वहां से हटाने का प्रयास करने लगा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इसी बीच ट्रेन आ गयी और दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए।

थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक दम्पति के तीन बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि बेटा 6 साल का है, जबकि दो बेटियां क्रमश: तीन साल और चार साल की हैं। उन्होंने बताया कि गोविंद सोनकर फल बेचने का काम करता था। सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक दम्पति के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिये हैं और मामले की जांच की जा रही है।

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