लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीट के लिए मंगलवार सुबह नौ बजे से मतदान जारी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्य मंत्री ब्रजेश पाठक तथा समाजवादी पार्टी (सपा) अध्य्क्ष अखिलेश यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मतदान के लिए विधानसभा पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मत डालने के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर विजयी मुद्रा की अपनी तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए आज विधान भवन, लखनऊ में मतदान किया। सभी भाजपा प्रत्याशियों की विजय हेतु हार्दिक मंगलकामनाएं !’
इस चुनाव में विधानसभा सदस्य मतदान करेंगे। विधानसभा पहुंचे उप मुख्यमंत्री एवं विधान परिषद सदस्य केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘अखिलेश यादव ने अपना तीसरा उम्मीदवार उतारकर गलती की और उनके पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है।’
मौर्य ने कहा, ‘सपा ‘समाप्त वादी पार्टी’ बन गयी है और भाजपा के सभी आठ उम्मीदवार जीतेंगे।’ उप मुख्य मंत्री पाठक ने भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभी उम्मीदवार जीतने वाले हैं।
विधानसभा के तिलक हॉल में मतदान डालने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग इस स्थिति में ‘फायदा’ तलाश रहे हैं, वे चले जाएंगे। भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि वह चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपनाएगी।
अखिलेश यादव से जब उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में पार्टी विधायकों की अनुपस्थिति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘जो स्थिति का फायदा तलाश रहे हैं वो चले जाएंगे। जिनसे वादा किया गया था वे जाएंगे। किसी को सुरक्षा की चिंता होगी, किसी को धमकाया गया होगा, किसी को कुछ और कहा गया होगा और जिसके अंदर लड़ने का साहस नहीं होगा वही जाएंगे।’ यह भी स्पष्ट किया कि बागियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जो लोग किसी की राह में कीलें बिछाते हैं या दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं, वे खुद गिर जाते हैं।’
आप देख चुके हैं कि चंडीगढ़ में सीसीटीवी कैमरों के सामने क्या हुआ? मैं उच्चतम न्यायालय को धन्यवाद देता हूं जिसने संविधान को बचाया। भाजपा चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना सकती है। उसने कुछ लाभ का आश्वासन (कुछ विधायकों को) दिया होगा…भाजपा जीतने के लिए कुछ भी करेगी।
सोमवार को यादव द्वारा बुलाई गई बैठक में सपा के आठ विधायक शामिल नहीं हुए। सपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बताया कि पार्टी प्रमुख ने विधायकों को राज्यसभा चुनाव की मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी देने के लिए एक बैठक बुलाई थी।
हालांकि, उत्तर प्रदेश विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय और सात अन्य विधायक मुकेश वर्मा, महाराजी प्रजापति, पूजा पाल, राकेश पांडे, विनोद चतुर्वेदी, राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह बैठक में शामिल नहीं हुए।
मतदान के दिन पांडेय ने विधानसभा में मुख्य सचेतक पद से भी इस्तीफा दे दिया और अपना त्यागपत्र पार्टी प्रमुख को भेज दिया।
सपा सदस्य राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह और राकेश पांडेय एक ही गाड़ी से मत डालने आये। हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर इस बात का जवाब नहीं दिया कि वे अपना मत किसको देने जा रहे हैं, लेकिन उन्होंने भाजपा की तरफ इशारा जरूर किया। सपा विधायक राकेश पांडेय के बेटे एवं आंबेडकर नगर से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद रितेश पांडेय ने रविवार को बसपा की सदस्यगता से त्यागपत्र दे दिया और भाजपा में शामिल हो गये।
इस बीच, सपा सदस्य राकेश प्रताप सिंह ने कहा, ‘हम अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर मत डालेंगे।’ क्या जय श्री राम होगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘राम हर जगह हैं..।’
राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ और समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीन उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।
भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को मैदान में उतारा है। समझा जाता है कि इस कारण एक सीट पर कड़ी प्रतिस्पर्धा होने की संभावना है। स्थानीय उद्योगपति एवं पूर्व सपा नेता सेठ 2019 में भाजपा में शामिल हुए थे।
भाजपा के सात अन्य उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.पी.एन. सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन हैं।
सपा ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी एवं उप्र के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है।
राज्यसभा चुनाव के नतीजे आज ही घोषित कर दिये जायेंगे। 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा और सपा सबसे बड़े दल हैं। भाजपा के 252 और सपा के 108 विधायक हैं। सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीटें हैं।
भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के पास 13, निषाद पार्टी के पास छह, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के पास छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास एक सीट है। फिलहाल विधानसभा में चार सीट खाली हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के खातिर एक उम्मीदवार को लगभग 37 प्रथम-वरीयता मतों की आवश्यकता होगी।
चुनाव के पीठासीन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने कहा, ‘मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा और मतगणना शाम पांच बजे से शुरू होगी और नतीजे आज रात को घोषित होने की संभावना है।’
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