Tuesday, April 16, 2024
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निकाय चुनाव में उसे ही वोट देंगे जो संपर्क मार्ग बनवाएगा

प्रयागराज के कई क्षेत्रों में कहीं पेयजल, कहीं ड्रेनेज तो कहीं संपर्क मार्ग बना मुद्दा लखनऊ। प्रयागराज समेत 37 जिलों में पहले चरण के तहत होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार कल (2 मई) थम गया। प्रचार के आखिरी दिन तमाम प्रत्याशियों ने महंगी इम्पोर्टेड गाड़ियों में जुलूस, रोड शो निकालकर अपनी-अपनी शक्ति का […]

प्रयागराज के कई क्षेत्रों में कहीं पेयजल, कहीं ड्रेनेज तो कहीं संपर्क मार्ग बना मुद्दा

लखनऊ। प्रयागराज समेत 37 जिलों में पहले चरण के तहत होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार कल (2 मई) थम गया। प्रचार के आखिरी दिन तमाम प्रत्याशियों ने महंगी इम्पोर्टेड गाड़ियों में जुलूस, रोड शो निकालकर अपनी-अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। सत्ताधारी पार्टी के प्रत्याशियों ने भाजपा के स्टार प्रचारकों की जनसभायें करवाकर अपनी राजनीतिक पहुँच और पॉवर का प्रदर्शन कर जनमत को प्रभावित करने का हथकंडा अपनाया।

इसी कड़ी में कल चुनाव प्रचार के आख़िरी दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चकिया स्थित अतीक अहमद के बुलडोज़ किये जा चुके दफ़्तर के नज़दीक लूकरगंज के लीडर प्रेस मैदान में प्रचार करने पहुंचे। जहां उनके मंच पर पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगाये गये। अतीक-अशरफ़ हत्याकांड को लगभग जस्टीफाई करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने न्याय और मानवता के कल्याण की इस पावन धरती को अत्याचार और पापाचार का शिकार बना लिया था। लेकिन दुनिया ने देखा कि प्रकृति सबका हिसाब बराबर करके रख देती है। उन्होंने एक तरह से हत्यारों का पक्ष लेते हुए आगे कहा कि जो लोग युवाओं के हाथ में तमंचा थमा रहे थे, उन्हें उसका अंजाम पता चल गया है। इतना ही नहीं, अपनी इस बात की सांस्कृतिक पुष्टि करते हुए उन्होंने रामचरितमानस की चौपाई- “कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करहिं सो तस फल चाखा” का संदर्भ दिया। वहीं, दो दिन पहले ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या मामा-भान्जा तालाब क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी का प्रचार करने पहुँचे थे। कुल मिलाकर प्रयागराज में सीएम ने चुनाव का सांस्कृतिक साम्प्रदायिक टेम्पो सेट कर दिया है।

वहीं आज तमाम प्रत्याशी डोर-टू-डोर कैम्पेनिंग कर रहे हैं। नगर निकाय चुनावों की राजनीति पर बारीक नज़र रखने वाले लोगों का कहना है कि असली चुनाव प्रचार तो आज ही है। रुपिया पैसा, दारू, मुर्गा आज सब घर-घर पहुंचाए जाएंगे। आज ही जातियों और क्षेत्रों के दलाल एकमुश्त रक़म लेकर उम्मीदवारों को एकमुश्त वोट दिलाने की डील करेंगे। इनके बिना निकाय चुनाव मुकम्मल ही नहीं हो सकता। वहीं रोक के बावजूद तमाम इलाके पोस्टर बैनर पंफलेट से पटे हुए हैं। पंद्रह दिन पहले प्रशासन एक बार सब नोचवा चुका है। लेकिन उम्मीदवारों ने दोबारा से सब चस्पा कर दिया है।

“नगर निगम के लोग कीटनाशकों का नियमित और समुचित छिड़काव तक नहीं करते। नतीजा यह होता है जहरीले मच्छर पनपते हैं और इलाके में डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया आदि कई ख़तरनाक और जानलेवा बीमारियों से यहां के निवासियों को जूझना पड़ता है। जिसमें बहुत ज़्यादा आर्थिक क्षति होती है। राहुल बताते हैं कि उनके क्षेत्र में साफ-सफाई और ड्रेनेज बड़ा मुद्दा है। लोगों ने मन बनाया है किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं करेंगे। वे लोग वोट लेकर भाग जाते हैं और फिर ज़रूरत पड़ने पर सुनते तक नहीं।”

संपर्क मार्ग बना मुद्दा

दूसरी ओर, प्रयागराज के तमाम वार्डों की आम जनता अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर परेशान है। तमाम जन को शिक़ायत है कि प्रत्याशी उनकी समस्याओं को सम्बोधित नहीं कर रहे हैं। लालगोपालगंज के सोनवर्षा सुकलान मोहल्ला निवासियों की संपर्क मार्ग की मांग लम्बे समय से लंबित है। स्थानीय रंजीत यादव बताते हैं कि गांव में बेटियों के विवाह के दौरान बारात आती है तो दूल्हा पैदल चलकर आना होता है। बेटी की विदाई भी पंगडंडी तक पैदल आकर करनी पड़ती है। मुन्ना पांडेय बताते हैं कि बारिश में पगडंडी पर कीचड़ हो जाता है। इससे आने-जाने में बहुत दिक्कत होती है। स्कूल के लिए जाते हुए बच्चों का ड्रेस और जूते खराब हो जाते हैं। लोगों का कहना है कि निकाय चुनाव में उसे ही वोट देंगे जो संपर्क मार्ग का निर्माण कराएगा।

शंकरगढ़ नगर पंचायत अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित है। शंकरगढ़ में गर्मियों में पानी की समस्या बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है। गर्मी का मौसम शुरु होते ही लोग-बाग अपने मवेशियों को छोड़ देते हैं। पानी की किल्लत के चलते आमजन पलायन कर जाते हैं। लोगों का कहना है कि पानी के टंकियों की मरम्मत और निर्बाध पानी सप्लाई जो कराएगा उसे ही वोट करेंगे।

पुलिस प्रशासन विपक्षी प्रत्याशियों को कर रहा परेशान

मेजा ब्लॉक के सिरसा क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. श्यामल कुमार मंडल के प्रचार वाहन को कल प्रयागराज पुलिस प्रशासन ने रोक लिया। जिससे समर्थकों और पुलिस के बीच नोंकझोंक हो गयी। प्रचार वाहन को मिला अनुमति पत्र दिखाने पर भी पुलिस टस से मस नहीं हुई। बाद में समर्थकों के बढ़ते हुजूम और दबाव के चलते प्रशासन पीछे हट गया। निर्दलीय प्रत्याशी श्यामल कुमार ने आरोप लगाया कि उन्हें सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर सिरसा प्रशासन परेशान कर रहा है।

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वहीं गोरखपुर से मेयर प्रत्याशी सीमा गौतम को भी गोरखपुर पुलिस प्रशासन लगातार परेशान कर रहा है। पुलिस प्रशासन सीमा गौतम के घर बार-बार जा रही है। सीमा अम्बेडकरवादी जनमोर्चा की प्रत्याशी हैं। उनके मुक़ाबले में भाजपा ने डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव को चुनाव मैदान में उतारा है। उनका नाम तय होने के बाद खुद मुख्यमंत्री ने फोन करके उन्हें बधाई दिया था और उनके प्रचार में जनसभा को संबोधित करने भी पहुंचे थे। वहीं, समाजवादी पार्टी ने टीवी अभिनेत्री काजल निषाद को महापौर उम्मीदवार बनाया है।

महिला उम्मीदवारों के अस्तित्व पर पुरुष का नाम-पहचान भारी

स्थानीय निवासी ब्रह्मानंद बताते हैं कि उनका क्षेत्र वार्ड नंबर 8 अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित सीट है। 10 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। अधिकांश उम्मीदवार खेतों में काम करने वाली महिलाएं हैं। पढ़ी-लिखी नहीं है या कुछ कम पढ़ी-लिखी हैं तो उनके पति और घर परिवार के लोग प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। ‘तो क्या महिला प्रत्याशी नहीं आती वोट मांगने।’ इस पर वो कहते हैं कि महिला प्रत्याशी भी आती हैं, लेकिन वो सिर्फ़ महिलाओं तक ही सीमित रह जाती हैं। पुरुषों से संपर्क के लिए उनके परिवार के पुरुष आते हैं। प्रत्याशी के पति, बेटे, देवर, भाई आदि।

33 नंबर वार्ड लवाएल महिला आरक्षित सीट है। सामान्य महिला होने के नाते यहां ये दलील नहीं दी जा सकती कि महिलायें कम पढ़ीं-लिखीं या निरक्षर हैं। बावजूद इसके महिला प्रत्याशियों का अस्तित्व पोस्टर से लेकर ज़मीन तक पति के नाम और पहचान के पीछे दबा हुआ है।

पवन यादव 29 नंबर वार्ड चाका में रहते हैँ। उनका वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित हैं। वे बताते हैं कि सब प्रत्याशी बिना मुद्दे के लड़ रहे हैं। उनके वार्ड में ज़्यादातर पटेल, पासी और निषाद समुदाय के लोग रहते हैं। पार्टियों ने जो उम्मीदवार उतारे हैं वो जातीय समीकरण के मुताबिक उतारे हैं। पवन कहते हैं गली-मोहल्ले की राजनीति में पार्टियों ने घुसकर पूरा सामाजिक माहौल खराब कर दिया है। नगर निगम चुनाव का प्रचार मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री कर रहे हैं। वार्ड नंबर 22 मामा-भान्जा तालाब क्षेत्र में डिप्टी सीएम केशव मौर्या प्रचार करने पहुंचे हैं। यह दलित आरक्षित सीट है। इसके बाद वो चाका वार्ड नंबर 29 भी पहुंचे थे।

कोहना झूंसी वार्ड नंबर 75 में भी ख़ूब गहमा-गहमी है। यहां रहने वाली पुष्पा बताती हैं यूं तो वे भाजपा समर्थक हैं लेकिन उनके पसंदीदा उम्मीदवार निर्दलीय लड़ रहे हैं। ‘तो क्या आप इसे लेकर असमंजस में नहीं हैं?’ पूछने पर वे बताती हैं कि नहीं कोई असमंजस नहीं है। जिस उम्मीदवार को जानते हैं उसे वोट देंगे। पार्टी भले किसी को उम्मीदवार बनाये लेकिन गांव, मोहल्ले में सड़क, नाली, साफ-सफाई का काम कराना होगा तो प्रत्याशी को कहां खोजने जाएंगे?

बाढ़ का पानी और साफ-सफाई बना मुद्दा

गंगा क्षेत्र के आस-पास के वार्डों में बाढ़ का पानी और साफ-सफाई एक बड़ा मुद्दा है। वार्ड नंबर 37 शिवकुटी निवासी राहुल सोनी का कहना है कि पिछले साल इलाहाबाद के निवासियों ने डेंगू का जो दंश झेला है वो लोग अब तक नहीं भूले हैं। वे कहते हैं कि अक्सर फाफामऊ, तेलियरंगज, रसूलाबाद, गोविंदपुरी, दारागंज, झूंसी, करेली आदि क्षेत्रों में गंगा में आये बाढ़ का पानी घुस आता है। बाद में पानी तो चला जाता है लेकिन बहुत सारा कचड़ा और गन्दगी छोड़ जाता है। जिसके निस्तारण में कई हफ्ते लग जाते हैं। राहुल कहते हैं कि नगर निगम के लोग कीटनाशकों का नियमित और समुचित छिड़काव तक नहीं करते। नतीजा यह होता है जहरीले मच्छर पनपते हैं और इलाके में डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया आदि कई ख़तरनाक और जानलेवा बीमारियों से यहां के निवासियों को जूझना पड़ता है। जिसमें बहुत ज़्यादा आर्थिक क्षति होती है। राहुल बताते हैं कि उनके क्षेत्र में साफ-सफाई और ड्रेनेज बड़ा मुद्दा है। लोगों ने मन बनाया है किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं करेंगे। वे लोग वोट लेकर भाग जाते हैं और फिर ज़रूरत पड़ने पर सुनते तक नहीं।

नये बने नगर निकायों में बुनियादी सुविधायें हैं मुद्दा

बब्बू प्रधान बीच में

मलावां सहसों पहली बार ग्राम सभा क्षेत्र से नंगर पंचायत क्षेत्र बना है। अबू सहमा इस क्षेत्र में लम्बे समय से प्रधान और कोटेदार रहे हैं। फिलहाल वो इस वार्ड नंबर 25 से निर्दलीय ही चुनाव मैदान में हैं। वहीं, बब्बू प्रधान बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके जुलूस में लोगों का हुजूम उमड़ते दिखा है। सियाराम मौर्या भाजपा से मैदान में हैं। ‘इस क्षेत्र में बुनियादी मुद्दे क्या हैं? आप लोग ग्राम पंचायत के चुनाव से अब नगर पंचायत चुनाव में प्रवेश कर रहे हैं, इस बदलाव से कैसा महसूस कर रहे हैं?’ पूछने पर लोगों का जवाब है कि बस नाम बदला है, बाक़ी कुछ नहीं। ‘तो मुद्दे क्या हैं?’ साफ-सुथरी गलियां, सड़क, नालियां और रोडलाइट आदि नगरों की पहचान होती हैं। क्या ये सब मुद्दे हैं? तो एक जनाब मस्करी में लेकिन कड़वा सच व्यक्त करते हुए कहते हैं- “दारू-मुर्गा मुद्दा है।”

पप्पू

प्रयागराज के वार्ड संख्या 10 गोहरी से पप्पू भी नगर निकाय चुनाव मैदान में हैं। इनका चुनाव निशान हँसिया-हथौड़ा-तारा है। निकाय चुनाव में जहां पार्टी का मतलब पूंजी और जीत है। वहीं हँसिया-हथौड़ा का निशान आज भी लोगों के बीच संघर्ष, ईमानदारी और प्रतिरोध का प्रतीक बना हुआ है। माकपा प्रत्याशी पप्पू निकाय चुनाव की धारा को जनमुद्दों की ओर मोड़ते हुए अपनी जनसभाओं और कैम्पेनिंग में लोगों से कह रहे हैं कि वो अपने वार्ड (नंबर 10) गोहरी में साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, सड़क, यातायात जैसी बुनियादी चीजों को चुस्त-दुरुस्त और उपलब्ध करवाएंगे। वे कहते हैं कि ग़रीबों तक शिक्षा और स्वास्थ्य की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने तक संघर्ष करेंगे। बता दें कि गोहरी क्षेत्र पहली बार नगर निगम का हिस्सा बना है लेकिन यहां तक अभी नगरीय सुविधाएं नहीं पहुँची हैं।

मो. रिज़वान

नगर पंचायत मऊआईमा अबू हलीम पट्टी वार्ड नंबर 13 से मो. रिज़वान मैदान में हैं। उनका चुनाव निशान हँसिया-हथौड़ा है। वे कहते हैं क्षेत्र में जलभराव की समस्या के लिए काम करेंगे। इसके अलावा भूमाफियाओं द्वारा ज़मीन की लूट को रोकने के लिए भी संघर्ष करेंगे। साथ ही क्षेत्र साम्प्रदायिक सौहार्द्र क़ायम करने की दिशा में काम करेंगे। मो. रिज़वान कहते हैं कि बुनियादी ज़रूरत की चीजों पर सबका हक़ है। साफ़-सुथरी गरिमामयी जिंदगी के लिए साफ-सुथरा परिवेश। स्वास्थ्य और शिक्षा तक हाशिए के समाज की पहुंच सुनिश्चित करना ही उनका मक़सद है।

फूलपुर क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सायरा बानो

फूलपुर ब्लॉक जनरल सीट है। यहां चुनाव पूरी तरह से पार्टी बेस्ड है। फूलपुर संवेदनशील क्षेत्र है। यहाँ आरएसएस का दफ़्तर है। पिछले आठ साल में आरएसएस की सक्रियता यहाँ काफी बढ़ी है। विशेषकर रामनवमी पर कई बार टकराव हुआ है। लेकिन मामला बिगड़ने नहीं पाया है। फूलपुर के वलीउल्लाह को 13 अप्रैल, 2023 को एनआईए कोर्ट ने ‘वाराणसी सीरियल ब्लास्ट 2006’ में विस्फोटक पहुँचाने समेत दो अलग-अलग मामलों में उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई है। यहां भाजपा विधायक और सांसद सब लगातार चुनाव प्रचार में लगे हैं। भाजपा से अमरनाथ यादव पिछले दो दशकों से लगातार यहां से चेयरमैन बनते आ रहे हैं। सपा ने काज़मी जहां को टिकट दिया है वो वर्तमान चेयरमैन भी हैं। कांग्रेस ने सायरा बानो को टिकट दिया है। उनके पक्ष में जनसभा को संबोधित करने के लिए कल अनिल शास्त्री फूलपुर पहुंचे। बसपा ने मोहम्मद इलियास को टिकट दिया है। निर्दलीय प्रत्याशी कई हैं पर चुनाव पूरी तरह पार्टिगत बन गया है।

अमन विश्वकर्मा
अमन विश्वकर्मा
अमन विश्वकर्मा गाँव के लोग के सहायक संपादक हैं।

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