बलिया(भाषा)। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक गांव से कथित रूप से अगवा कर हैदराबाद ले जाई गई 13 वर्षीय किशोरी से आरोपी व्यक्ति ने करीब एक सप्ताह तक बलात्कार किया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किशोरी को बलिया में मनियार थाना अंतर्गत एक इलाके से 25 नवंबर को मुक्त कराया गया जबकि आरोपी को 27 नवंबर को स्थानीय बस अड्डे से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी को बलिया की एक अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी व्यक्ति किशोरी के पड़ोस में रहता था।
मनियार के थाना प्रभारी (एसएचओ) मंतोष सिंह ने कहा कि 18 नवंबर को किशोरी का अपहरण किया गया था और उसके पिता की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया। एसएचओ ने बताया कि अपने बयान में किशोरी ने कहा कि व्यक्ति ने उसका अपहरण किया और उसे हैदराबाद ले गया, जहां उसने करीब एक सप्ताह तक उससे बलात्कार किया। किशोरी के बयान के बाद आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) के साथ यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के संबंधित प्रावधान भी मामले में जोड़े गए।
पुलिस को दिए गए लड़की के आठ वर्षीय भाई के बयान के अनुसार, एक महिला समेत संभवत: चार अपहरणकर्ता एक सफेद कार में आए और उन्होंने अपने भाई के साथ ट्यूशन जा रही बच्ची का अपहरण कर लिया। पूयाप्पल्ली थाने के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया था कि जब लड़के ने अपहरणकर्ताओं को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उसे एक तरफ धकेल दिया और लड़की को कार में बिठाकर फरार हो गए। उन्होंने कहा कि बहन को बचाने की कोशिश में भाई के घुटनों में चोट लग गई। पुलिस ने बताया कि यह घटना सोमवार को शाम चार से साढ़े चार बजे के बीच हुई।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बच्ची के अपहरण को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच पुलिस को जांच तेज करने का निर्देश दिया था।मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा था कि विजयन ने राज्य पुलिस प्रमुख को घटना की दोषरहित और त्वरित जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इस बीच, टेलीविजन समाचार चैनलों ने कहा कि लड़की के माता-पिता को अपहरणकर्ताओं की ओर से फिरौती के लिए दो बार फोन आया है। उन्होंने कहा कि अपहरणकर्ताओं ने शुरू में पांच लाख रुपये की मांग रखी जिसे बाद में बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया। टीवी चैनलों पर प्रसारित दूसरी बार आई कॉल की रिकॉर्डिंग के अनुसार, अपहरणकर्ताओं ने कहा कि लड़की सुरक्षित है और 10 लाख रुपये देने पर मंगलवार सुबह उसे वापस कर दिया जाएगा। अपहरणकर्ताओं ने माता-पिता को इस बारे में पुलिस को सूचना न देने की धमकी दी है। इससे पहले, अपहरण के कुछ घंटे बाद माता-पिता के पास कॉल आई थी और उनसे पांच लाख रुपये फिरौती मांगी गई थी।
पुलिस ने लड़की की तलाश तेज कर दी है और दक्षिणी जिलों कोल्लम, पत्तनमत्तिट्ठा और तिरुवनंतपुरम में सभी प्रमुख और छोटी सड़कों पर वाहनों की जांच की जा रही है। सामने आए दृश्यों में पुलिस अधिकारी सड़कों पर वाहनों विशेषकर सफेद रंग के वाहनों की जांच करते हुए दिख रहे हैं। बच्चों के माता-पिता दो अलग-अलग निजी अस्पतालों में नर्स हैं।
इसी प्रकार से दक्षिणी केरल के पूयाप्पल्ली से एक दिन पहले अपहृत छह साल की बच्ची की तलाश के लिए पुलिस ने प्रयास तेज कर दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद उसका कोई पता नहीं चल सका है। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि अपह्रत बच्ची का पता लगाने के लिए मामले से जुड़े सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। पुलिस ने एक संदिग्ध अपहरणकर्ता का ‘स्केच’ भी जारी किया है।