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ग्राउंड रिपोर्ट

प्रोफेसर चौथीराम यादव को मिला तीसरा संत कबीर राष्ट्रीय सम्मान

जाने-माने साहित्यकार प्रोफेसर चौथीराम यादव को तीसरा संत कबीर राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया। श्रोताओं से भरे खचाखच प्रबोधनकार ठाकरे हाल बोरीवली पश्चिम में बीते 29 मार्च को सायं विख्यात मराठी साहित्यकार लक्ष्मण गायकवाड़ ने अपने कर कमलों से उन्हें सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर विख्यात गायक पंडित परमानंद यादव ने कबीर और रैदास […]

जाने-माने साहित्यकार प्रोफेसर चौथीराम यादव को तीसरा संत कबीर राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया। श्रोताओं से भरे खचाखच प्रबोधनकार ठाकरे हाल बोरीवली पश्चिम में बीते 29 मार्च को सायं विख्यात मराठी साहित्यकार लक्ष्मण गायकवाड़ ने अपने कर कमलों से उन्हें सम्मान प्रदान किया।

इस अवसर पर विख्यात गायक पंडित परमानंद यादव ने कबीर और रैदास की वाणी को गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इनके साथ तबले से मुक्ता रस्ते, हारमोनियम से विनोद पडगे, साईडरिदम पर देवेन तोरसकर, गायन में शौमी शैलेश, अनुज शर्मा, सुमीत राऊत, तानपुरे पर सुनीता चौहान ने बखूबी साथ निभाया। अपने अद्भुत गायन से पंडित परमानंद यादव ने कबीर और रैदास को जीवंत बना दिया। प्रमुख अतिथियों में नज़ीर उपाध्ये, वर्तिका वर्मा, एचके वैरवा, देवेन्द्र यादव, डॉ. गुलाबचंद यादव मंच पर उपस्थित थे।

सांस्कृतिक प्रस्तुति देते पंडित परमानंद यादव और उनके साथी

शहर के तमाम संस्कृतिकर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित थे, जिनमें उल्हास राठौड़, डॉ. अमर बहादुर पटेल, चंद्रभान पाल, डॉ. रमेश यादव, रूबी शाह, नीलांबरी यादव, विजय यादव, रामबली मौर्य, डॉ. शोभनाथ गुप्ता, रामऔतार यादव, धनजी चौधरी, लालमनी यादव, जनार्दन पटेल, प्रेम मौर्या, तनीषा यादव इत्यादि लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रोफेसर चौथीराम यादव ने अपने उद्बोधन में कबीर, रैदास, मीरा, तथानाथ और सिद्ध संप्रदाय के संतों की सामाजिक मूल्यों के योगदान पर चर्चा की। आनंद सिंह ने बहुत ही गूढ़ता के साथ कार्यक्रम को गति प्रदान किया। कार्यक्रम कुमार गंधर्व फाउंडेशन तथा बीएसएस के बैनर तले संपन्न हुआ। मुम्बई का उत्तरी उपनगर बोरीवली एक उत्कृष्ट सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित हो गया है। चंद्रावती यादव ने सभी अतिथियों और श्रोताओं को धन्यवाद दिया।

गाँव के लोग
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