नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा की 16 फरवरी 2024 को ग्रामीण बंद और औद्योगिक/ सेक्टोरल की हड़ताल है। इस हड़ताल के समर्थन में एसकेएम ने आम जनता से एकजुट होने की अपील की है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने 2 फरवरी 2024 को राष्ट्रीय समन्वय समिति की ऑनलाइन बैठक भी आयोजित की। बैठक में एसकेएम ने यह स्पष्ट किया कि मोर्चा द्वारा ‘दिल्ली चलो’ का कोई आह्वान नहीं किया गया है।
13 फरवरी 2024 को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने के लिए कुछ किसान संगठनों के निर्णय का संयुक्त किसान मोर्चा से कोई लेना-देना नहीं है। संयुक्त किसान मोर्चा पूरे देश के लोगों से अपील करता है कि वे 16 फरवरी 2024 को एकजुट हों।
साथ-साथ एसकेएम और सीटीयू और स्वतंत्र/क्षेत्रीय महासंघों के संयुक्त मंच द्वारा दिए गए ग्रामीण बंद और औद्योगिक/क्षेत्रीय हड़ताल के संयुक्त आह्वान का समर्थन करें।
सभी तबकों के लोगों से समर्थन जुटाने के लिए ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों की राज्य और जिला स्तरीय संयुक्त बैठकें हो रही हैं। इन बैठकों में छात्रों, युवाओं, महिलाओं, सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं, कलाकारों, छोटे व्यापारियों, पेशेवरों, वकीलों, पेंशनभोगियों के संगठन भी भाग ले रहे हैं।
इन बैठकों के बाद तहसील स्तर की बैठकें और ग्राम स्तर की पदयात्रा, घर-घर अभियान, मशाल जुलूस और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होंगे।
मोदी सरकार अपनी कॉर्पोरेट समर्थक, सांप्रदायिक और सत्तावादी नीतियों के खिलाफ लोगों को एकजुट होने से रोकने के लिए श्रमिकों, किसानों और आम जनता को विभाजित करने की कोशिश कर रही है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने मजदूर-किसान एकता को मजबूत करने और मोदी सरकार के खिलाफ आम जनता से व्यापक रूप से एकजुट होने का आह्वान किया है।