गोरखपुर के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे और सपा नेता विनय शंकर तिवारी के हाता में आज सुबह ईडी छापा पड़ा। मनी लांड्री औए बैंक से करोड़ों रुपए लोन लेने के धोखाधड़ी के मामले में इस छापे की कार्रवाई को देखा जा रहा है. विनय शंकर तिवारी पर धोखाधड़ी के दर्जनों केस दर्ज हैं।
ईडी ने विनय शानकर तिवारी आयुर उनकी पत्नी रीता तिवारी के साथ उनसे जुड़े लोगों पर सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से गोरखपुर के हाता और लखनऊ व नोएडा स्थित घरों में छापेमारी की कार्यवाही की।
छापे के समय घर में कुशल तिवारी और महिलायें उपस्थित थीं। आज सुबह 6 बजे ईडी के 10 सदस्य जांच के लिए गोरखपुर स्थित आवास हाता पहुँचे ।
सुबह छह बजे आधा दर्जन गाड़ियों में 10 से अधिक सदस्य हाता पहुंचे। छापे के समय कुशल तिवारी और उनके घर की महिलाएं मिलीं। जांच अभी चल रही है। विनय शंकर तिवारी की कंस्ट्रक्शन कंपनी के अलावा गंगोत्री एंटरप्राइजेज, जीएसपी एंटरप्राइजेज आदि कंपनियों में वित्तीय अनियमितता की जांच ईडी कर रही है।
बैंक की डेबिट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने बताया कि विनयशंकर तिवारी की फ़र्म मेसर्स गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड और दूसरी संस्थाओं ने अलग-अलग सात बेंकों से 1129 करोड़ रुपए का ऋण लिया है। लगभग सभी बैंक अकाउंट बंद हो चुके हैं और लिया गया कर्ज चुकाने में असमर्थ हैं। विनय शंकर तिवारी के साथ रिश्तेदार ही इन सभी फ़र्म के संचालक हैं। इससे पहले 2019 में ही इन सबके खिलाफ सम्मन जारी किया गया था।