लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पूरे देश में अधिसूचना जारी हो गई है। तो वहीं पिपरीडीह गांव में 10 से अधिक गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने अंडरपास की मांग पूरी न होने पर लोकसभा चुनाव का विरोध करने की चेतावनी दी। पिपरीडीह गांव के पास बने फाटक संख्या C6 के बंद हो जाने के कारण उन्हें तीन किलोमीटर दूरी तय कर घुमकर जाना पड़ रहा है।
10 गांव के 50 हजार लोग प्रभावित
वाराणसी भटनी रेलखंड पर स्थित पिपरीडीह रेलवे स्टेशन के पास एक रेलवे फाटक था। दोहरीकरण के बाद, इसे रेलवे ने बंद कर दिया। फाटक से परदहां ब्लाक के पिपरीडीह गांव, हासपुर, मड़इया, नई बस्ती, फुलवरिया जैसे दस गांवों की करीब 50 हजार की आबादी का आवागमन होता था। फाटक बंद होने से उन्हें बहुत दूरी तय करनी पड़ रही है। सभी को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
पिपरीडीह गांव, हासपुर, मड़ईया आदि के किसानों के ज्यादातर खेत रेलवे लाइन के पास हैं। रेलवे क्रासिंग बंद होने से खेती किसानी का काम भी प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों ने मांग किया कि यहां पर अंडरपास ही बनाया जाए, ताकि खेती किसानी का काम आसान हो सके।
500 से अधिक ग्रामीणों ने गांव में की बैठक
समस्या के समाधान के लिए अंडरपास के निर्माण की मांग को लेकर 500 से अधिक ग्रामीणों ने पिपरीडीह गांव में बैठक की। बैठक में ग्राम प्रधान कमलेश यादव, पूर्व प्रधान प्रेमनाथ, हीराराम जैसे लोगों ने बताया कि रेलवे द्वारा 2021 में पिपरीडीह गांव के सामने बने रेलवे क्रासिंग को बंद कर दिया गया था, जिसके विरोध में ग्रामीणों ने काफी प्रयास किया था।
उन्होंने बताया कि अंडरपास बनाने के लिए जिलाधिकारी मऊ, डीआरएम मंडल वाराणसी, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, नगर विकास एवं उर्जा मंत्री एके शर्मा को ज्ञापन दिया गया था, लेकिन कोई सुनवाई अब तक नहीं हुई।