वाराणसी। जनता को बुनियादी सुविधाएँ न देने का आरोप नगर निगम पर अरसे से लगता आ रहा है। निगम की लचर कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने वाले अधिकतर शिकायतकर्ता गलियों में रहने वाले लोग होते हैं। यही कारण है कि निगम ‘टैक्स’ की वसूली का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाता है। इस बार टैक्स के सबसे बड़े बकाएदार बीएचयू ने भी निगम पर सुविधाएँ न देने का आरोप लगाया है।
बीएचयू परिसर को दो हिस्सों में बांटा गया है, एक कॉमर्शियल और दूसरा रिहायशी। इस आधार पर टैक्स के निर्धारण को लेकर संशय की स्थिति रही है। हालांकि, बीएचयू में बकाए से जुड़ा मामला अदालत में विचाराधीन है।
बीएचयू के वित्त अधिकारी अभय सिंह ने बताया कि ‘नगर निगम की ओर से कोई सुविधा बीएचयू को नहीं दी जाती है। यहाँ साफ-सफाई की व्यवस्था प्रबंधन ही देखता है। फिर किस बात का गृहकर दिया जाए। यह मामला अदालत में चल रहा है जो निर्णय आएगा वह सर्वमान्य होगा।’
दूसरी ओर इसको लेकर नगर आयुक्त ‘अक्षत वर्मा ने कहा कि बीएचयू का टैक्स काफी लम्बे समय से बाकी है। केंद्रीय प्रबंधन होने के कारण बीएचयू करमुक्त है लेकिन जो यूज़र चार्जेज हैं वह तो लगाया ही जाएगा। फिलहाल, मामला अभी कोर्ट में चल रहा है। वहाँ प्रभावी पैरवी के लिए अच्छे अधिवक्ता लगाए गए हैं।’ नगर आयुक्त के अनुसार, बीएचयू समेत कई सरकारी और निजी बकाएदारों से वसूली की कार्रवाई चल रही है।
निगम इन बड़े बकाएदार पर अभियान चलाकर सील और कुर्की की कार्रवाई करने की तैयारी में है। गृहकर मद में नगर निगम का कुल 58 करोड़ रुपये बाकी है। रोडवेज का 60 लाख रुपये गृहकर बाकी है। कुछ विभागों ने नगर निगम से मार्च तक बकाये को समायोजित करने का समय लिया है। वाराणसी नगर निगम में भवन स्वामियों की संख्या 2.20 लाख है।
सूत्रों की मानें तो, नगर निगम के सबसे बड़े बकायेदार बीएचयू पर अकेले गृहकर का 52 करोड़ रुपये बाकी है। इसके बाद वाराणसी रोडवेज, भारतीय स्टेट बैंक, जीवन बीमा निगम सहित कई बड़े बकाएदार हैं। सभी को नगर निगम की ओर से नोटिस भेजा जा रहा है।
वहीं, रोडवेज पर टैक्स बकाया की बात को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम वाराणसी परिक्षेत्र गौरव वर्मा ने कहा कि ‘नगर निगम की ओर से गृहकर की नोटिस और किसी प्रकार की सूचना मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि कुछ आता है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।’
बताया जा रहा है कि इस वित्तीय वर्ष नगर निगम ने 84 करोड़ रुपये गृहकर वसूली का लक्ष्य रखा है। अब तक निगम ने 48 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली कर ली है। आने वाले दो महीनों में 36 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा गया है।
मारवाड़ी संघ भवन पर भी लाखों का टैक्स बाकी
बकाया टैक्स को लकर अस्सी स्थित मारवाड़ी संघ भवन पर भी जाँच चल रही है। निगम की ओर से संघ भवन को 59.71 लाख रुपये गृहकर के बकाए का नोटिस दिया गया था। इसी भवन में पप्पू की चाय की अड़ी और गोपाल चौरसिया की पान की दुकान भी है। इन्हीं दुकानों पर 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री ने चाय पी थी और पान खाया था। पाँच दिन पहले निगम का एक कर्मचारी भवन में ताला लगाने की बात कहकर चला गया। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहा कि ‘बकाए गृहकर को लेकर मारवाड़ी संघ भवन के प्रबंधन की ओर से कोई प्रत्यावेदन नहीं आया है।’