आशा ट्रस्ट एवं रेड ब्रिगेड की संयुक्त पहल पर आयोजित हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम
वाराणसी। स्कूलों के बच्चों को सुरक्षित रहने और यौन दुर्व्यवहार से सतर्क रहने के लिए जरूरी बातों की जानकारी कराने के उद्देश्य से सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट और महिला सुरक्षा पर कार्य कर रही संस्था रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में राजवारी, धौरहरा और चौबेपुर संकुल के सात स्कूलों में सप्ताहव्यापी कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका समापन प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर में हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल लगभग 1200 बच्चों ने यौन हमले से बचने के गुर सीखे। बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के समझने और उस पर प्रतिक्रिया करने के बारे में समझाया गया। इस दौरान लघु फिल्म, कार्टून, खेल, गीत, समूह चर्चा, पोस्टर आदि के माध्यम से बच्चों मुसीबत के समय चाइल्ड लाइन से संपर्क करने के बारे में सचेत किया गया। किशोरियों को संकट के समय आत्मरक्षा की तकनीक से परिचित कराया गया।
समापन कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षक डॉ. शशि भूषण सिंह ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सर्वे के अनुसार, 53 प्रतिशत बच्चों ने स्वीकार किया कि वे किसी न किसी प्रकार की हिंसा के शिकार हुए हैं, ऐसे में स्कूली स्तर पर बच्चों को सचेत करना जरूरी है।
रेड ब्रिगेड के संयोजक अजय पटेल ने बताया कि लोगों का यह मानना है कि सिर्फ लड़कियों के साथ ही यौन दुर्व्यवहार होता है, जबकि यह लड़कों के साथ भी बराबर मात्रा में होता है और बड़ी संख्या में शोषणकर्ता भरोसे के और जानने वाले लोग होते हैं, जिनमें रिश्तेदार, अभिभावक, स्कूलों के शिक्षक आदि होते हैं।
विद्यालय परिवार की तरफ से प्रशिक्षिका सुष्मिता भारती, दिव्या पाण्डेय और मेहविश खान को उपहार देकर धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके पूर्व प्राथमिक विद्यालय चन्द्रावती में भी बच्चों ने विद्यालय परिसर को आकर्षक ढंग से सजा कर प्रशिक्षण दल का स्वागत किया।
इस अवसर पर प्रदीप सिंह, सौरभ, सुरेश राम, सुमन चौबे, जितेंद्र नाथ सिंह, प्रवीण सिंह, गीता, निर्मल, माया, सीमा देवी, ज्योति, प्रकाश नारायण यादव, रामाश्रय, मनीष आदि की प्रमुख रूप से उपस्थिति रही।