पुणे,महाराष्ट्र)(भाषा)। महाराष्ट्र के पुणे के पिंपरी-चिंचवड इलाके में आठ दिसंबर को मोमबत्ती बनाने वाली एक फैक्टरी में आग लगने की घटना में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 14 हो गयी है। एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि हादसे में घायल हुईं दो महिलाओं की इलाज के दौरान मौत हो गयी है।
पुलिस ने तलवडे में स्थित इस फैक्टरी के मालिक शरद सुतार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। हादसे में वह भी झुलस गया था।अधिकारी ने कहा, ‘एक घायल महिला कमल चौरे (35) की शनिवार को मौत हो गयी, जबकि ऊषा पदवी (40) की रविवार को मौत हो गयी।’
फैक्टरी में आम तौर पर जन्मदिन समारोह में इस्तेमाल की जाने वाली मोमबत्तियां बनाई जाती थीं। यहां आठ दिसंबर को अचानक आग लग गई, जिसमें छह लोगों की उसी दिन मौत हो गयी थी, जबकि 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिनमें से कुछ की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गयी।
पुलिस ने चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 304(2), धारा 285 और 286 जो आग, ज्वलनशील पदार्थ, विस्फोटक पदार्थ के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण से संबंधित हैं और धारा 337 और 338 ‘जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य से गंभीर चोट’ पहुंचाने से संबंधित हैं।
गुरुवार को देहु रोड पुलिस स्टेशन ने अपनी जांच में कहा है कि यूनिट में कोई सुरक्षा उपाय नहीं था। पुलिस ने फोरेंसिक डीएनए विश्लेषण के माध्यम से उन लोगों की पहचान की पुष्टि की है जो 8 दिसंबर को जलकर मर गए थे।