नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई राज्यों के साथ दिल्ली-एनसीआर में आज भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं। यह भूकम्प दोपहर करीब 2:50 पर आया था। अफगानिस्तान की भी धरती हिल गई थी। दहशत के मारे कई इलाकों में लोग तुरंत घरों से निकल गए।
इस भूकम्प की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 बताई जा रही है। वहीं अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे का कहना है कि इसकी गति रिक्टर स्केल पर 6.4 थी।
यह भूकम्प इतना खतरनाक था कि अफगानिस्तान के कई इलाके बुरी तरह हिल गए। वहीं पाकिस्तान के पेशावर, इस्लामाबाद और रावलपिंडी होते हुए दिल्ली तक इसने धरती हिला दी।
भारत में दिल्ली-एनसीआर के अलावा मेरठ, चंडीगढ़, गुरुग्राम जैसे शहरों में धरती हिल गई। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी, जम्मू में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं। खबर लिखे जाने तक कहीं से भी नुकसान की खबर नहीं थी। आशंका है कि पहाड़ी क्षेत्रों अथवा पाकिस्तान के कुछ शहरों में नुकसान भी हो सकता है।
अफगानिस्तान के हिन्दू-कुश पर्वत के आसपास का इलाका अक्सर भूकम्प का केंद्र बनता रहा है। हालांकि, भारत की दूरी केंद्र से थोड़ा अधिक है। ऐसे में रिक्टर स्केल पर 6.1 की तीव्रता भी थोड़ी कम महसूस होती है।
वहीं, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, इसका केंद्र अफगानिस्तान के जुर्म इलाके से 44 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था। जमीन से इसकी गहराई 213 किलोमीटर बताई जा रही है।
फिलहाल कहीं से भी नुकसान की खबर नहीं है। लेकिन अफगानिस्तान इसका केंद्र था। ऐसे में वहाँ ज्यादा असर होने की सम्भावना है। इसके अलावा पाकिस्तान के भी खैबर पख्तूनख्वा में इसके झटके काफी महसूस किए गए हैं। गौरतलब है कि खैबर पख्तूनख्वा अफगानिस्तान की सीमा से लगने वाला पाकिस्तान का प्रांत है।