पणजी (भाषा)। एक स्टार्ट-अप कंपनी की 39 वर्षीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने अपने चार वर्षीय बेटे की कथित तौर पर गोवा में हत्या कर दी। इसके बाद उसके शव को बैग में भरकर टैक्सी से कर्नाटक चली गई। गोवा पुलिस ने आरोपी सूचना सेठ को बीते सोमवार की देर रात कर्नाटक के चित्रदुर्ग से गिरफ्तार कर लिया।
ऑनलाइन पेशेवर मंच ‘लिंक्डइन’ पर सूचना सेठ के पेज के अनुसार, वह स्टार्ट-अप कंपनी ‘माइंडफुल एआई लैब’ की सीईओ हैं और 2021 के लिए ‘एआई एथिक्स’ में शीर्ष 100 प्रतिभाशाली महिलाओं में से एक थीं।
जानकारी के अनुसार, महिला को मंगलवार को गोवा लाया गया और मापुसा शहर की एक अदालत ने उसे छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, हत्या के मकसद का अभी तक पता नहीं चला है।
महिला छह जनवरी को अपने बेटे के साथ उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में किराए के एक फ्लैट में आई थी और दो दिनों तक वहां रहने के बाद सोमवार को टैक्सी से बेंगलुरु चली गई। अपार्टमेंट के कर्मचारियों ने बताया कि जब महिला वहां से निकली, तो उनका चार वर्षीय बेटा उनके साथ नहीं दिखा।
कलंगुट पुलिस थाने के निरीक्षक परेश नाइक ने कहा, ‘महिला छह जनवरी को अपने बेटे के साथ उत्तरी गोवा के कैंडोलिम में एक किराए के फ्लैट में पहुंची थी। दो दिन वहां रहने के बाद, उसने अपार्टमेंट के कर्मचारियों को कहा कि उसे कुछ काम के लिए बेंगलुरु जाना है। उसने उन्हें टैक्सी की व्यवस्था करने को भी कहा।
कर्मचारियों ने महिला से कहा कि वह बेंगलुरु के लिए उड़ान ले सकती हैं, क्योंकि टैक्सी से जाना महंगा रहेगा। इस पर आरोपी ने जोर देकर कहा कि वह टैक्सी से ही जाएगी। उन्होंने बताया कि आठ जनवरी को एक टैक्सी की व्यवस्था होने के बाद महिला सुबह-सुबह बेंगलुरु के लिये निकल गई।
जब कर्मचारी उस कमरे की सफाई करने के लिए गये, जहां वह रुकी हुई थी, तो उन्हें तौलिये पर खून के धब्बे मिले। इस बारे में कर्मचारियों ने तुरंत कलंगुट पुलिस को सूचित किया और एक टीम मौके पर पहुंच गई। कर्मचारियों ने यह भी बताया कि जब महिला फ्लैट से निकली थी, तो उसका चार साल का बेटा उसके साथ नहीं दिखा तथा उसके पास असामान्य रूप से भारी एक बैग भी था। इसके बाद, पुलिस ने महिला से पूछताछ की और उससे खून के धब्बों तथा उसके ‘लापता’ बेटे के बारे में सवाल किए।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, ‘महिला ने बताया कि खून के धब्बे उसके मासिक धर्म के कारण थे। उसने यह भी बताया कि उसका बेटा मडगांव शहर (दक्षिण गोवा में) में उसके दोस्त के साथ है। उसने उसका पता भी दिया।’
पुलिस ने तुरंत फतोर्डा पुलिस (मडगांव के पास) की मदद ली, लेकिन पता चला कि उसने जो पता दिया था, वह फर्जी है। निरीक्षक ने बाद में टैक्सी चालक से फोन पर बात की, जो उस समय बेंगलुरु जा रहा था और चित्रदुर्ग जिले पहुंच गया था। निरीक्षक ने टैक्सी चालक से आरोपी महिला को कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के नजदीकी पुलिस थाने ले जाने को कहा।
चित्रदुर्ग में पुलिस ने महिला के बैग की तलाशी ली, तो उसमें उन्हें बच्चे का शव मिला। सूचना पाकर कलंगुट पुलिस का एक दल चित्रदुर्ग रवाना हुआ और आरोपी की ट्रांजिट रिमांड हासिल की। बच्चे के शव का पोस्टमार्टम चित्रदुर्ग में किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि सेठ के खिलाफ गोवा के कलंगुट पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की 302 (हत्या) तथा 201 (सबूत नष्ट करना) और गोवा बाल अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सेठ को मंगलवार अपराह्न करीब एक बजे गोवा लाया गया और मापुसा शहर की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
हालांकि, अभी आरोपी महिला से पूछताछ नहीं की गई है, लेकिन उसने जांचकर्ताओं को बताया कि वह और उनके पति अलग हो चुके हैं और उनके तलाक की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
पुलिस अधीक्षक (उत्तरी गोवा) निधिन वलसन ने कहा, ‘मामले की जांच कर रही गोवा पुलिस की एक टीम कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले गई थी और औपचारिक रूप से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। महिला ने हमें बताया कि वह और उनके पति अलग हो चुके हैं और वर्तमान में तलाक की कानूनी प्रक्रिया जारी है।’
आरोपी महिला पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और बेंगलुरु में रह रही है, जबकि उनका पति केरल से है। उनका पति फिलहाल जकार्ता (इंडोनेशिया) में है और उन्हें घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है। आरोपी महिला ने बच्चे के शव को बैग में अपने ‘सामान’ के अंदर छिपाकर रखा हुआ था। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के बाद ही हत्या के मकसद का पता चलेगा।